सिवान : बिहार के सिवान में शराब माफिया ने सीना ठोंक कर दारू बेचने का ऐसा कबूलनामा किया कि वहां खड़े लोगों को हंसी आ गई. लाचारगी होने लगी उस पुलिस प्रशासन पर जिसकी वजह से शराब माफिया बेखौफ खड़ा था. चेहरे पर न तो 'बिहार के शराबबंदी कानून' का कोई खौफ नजर आ रहा है और न ही बिहार पुलिस का कोई डर. मीडियाकर्मियों के पूछे जाने पर वो साफ मुकर जाता है और बड़े ही रुआब में कहता है..''दारू बेचेंगे और पुलिस से डरेंगे..?'' शराब माफिया द्वारा कही गई ये लाइन 'बिहार में शराबबंदी कानून' की दशा और दिशा बताने के लिए काफी है.
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शराब माफिया का खुल्लम खुल्ला कबूलनामा : शराब माफिया यहीं रूक जाता तो शायद बिहार के आबकारी विभाग की लाज बच जाती, शराब ढूंढने वाली पुलिस भी शर्मिंदा न होती. उसने बेफिक्र होकर ''बोला तीन बार जेल गए हैं. यहां से छूटते ही फिर से शराब बेचेंगे.'' मीडिया कर्मियों के इस सवाल के जवाब पर निर्लज्जता से पास ही खड़ी पुलिस भी मुस्कुराने लगी. इतनी बुलंद आवाज इस तस्कर की तब है जब पुलिस ने उसे फरार होने के बाद दोबारा धर दबोचा था.
'शराब बेचकर पूरा करूंगा घाटा' : जेल में पिछली तीन खातिरदारी से प्रेरित होकर इसने आगे की भी प्लानिंग कर ली है. कोशिश तो शराब माफिया ने इसी गिरफ्तारी में की थी. सदर अस्पताल परिसर से हथकड़ी छुड़ाकर दो दिन पहले ही भाग गया था. लेकिन 48 घंटे के अंदर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोबारा जब पकड़ा गया तो मीडिया कर्मियों के सवाल पर उसने कहा कि ''पैसा कमाना मजबूरी है. पैसे के लिए हम ये काम करते हैं. 50 की टीम हमारे साथ है. छूटते ही सारा घाटा शराब बेचकर पूरा करूंगा.''
क्या कहती है सिवान पुलिस : इस पूरे मामले पर लकडीनवीगंज थाना की प्रभारी से बात की गई थी थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि ''आरोपी को इस बार पुलिस कड़ी सुरक्षा में जेल भेजा गया है. पिछली बार वह हथकड़ी छुड़ाकर भाग गया था, फिर से उसे गिरफ्तार किया गया है, इसके जो साथी है शराब करोबार में सम्मिलित हैं उनको भी जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.''