सीतामढ़ीः जिले में 6 थोक खाद्य विक्रेता हैं, जिनकी ओर से धड़ल्ले से यूरिया, डीएपी, पोटाश, सल्फर, जाइम, यूरिया फास्फेट, मिक्सचर खाद सहित अन्य उत्पादों की कालाबाजारी की जा रही है. इसका खामियाजा जिले के करीब 600 खुदरा विक्रेता और किसानों को भुगतना पड़ रहा है.
खाद की धड़ल्ले से की जा रही कालाबाजारी
खुदरा दुकानदारों और कृषि विभाग के अधिकारी का बताना है कि बिस्कोमान की ओर से किसानों को 265 रूपये प्रति बैग की दर से यूरिया, 950 रूपये प्रति बैग की दर से पोटाश जिले के सभी प्रखंड कार्यालय में बने बिस्कोमान के काउंटर से मुहैया कराई जा रही है. लेकिन जिले के थोक विक्रेता यूरिया 310 रूपये प्रति बैग, डीएपी 1250 रुपए प्रति बैग सहित अन्य प्रोडक्ट महेंगे दरों पर दुकानदारों को देते हैं. जिस पर रोक नहीं लग पा रही है.
लंबे समय से चल रहा खाद की कालाबाजारी
वहीं, खुदरा दुकानदारों का बताना है कि थोक विक्रेता जीएसटी रिटर्न के लिए जो पक्का बिल देता है, उसमें यूरिया प्रति बैग 245 रूपये अंकित रहता है. लेकिन दुकानदारों से प्रति बैग 310 रूपये वसूले जाते हैं और यह फर्जीवाड़ा लंबे समय से खुलेआम होता आ रहा है. इसलिए पीड़ित दुकानदारों ने अब यूरिया, डीएपी और पोटाश जैसे प्रमुख उत्पाद रखना छोड़ दिया है.