सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में 9 दिनों से बाघ का आतंक (Tiger Attack on Pig In sitamarhi) जारी है. डुमरा प्रखंड के पुनौरा में बाघ ने दो जंगली सूअरों को मार डाला है. इसके बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने वन विभाग की टीम को सूचना दी. जानकारी पर पहुंची वन विभाग की टीम ने यहां से बाघों के पलायन होने की बात कही.
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बाघों ने दो जंगली सूअरों को मारा: बता दें कि सीतामढ़ी के पुनौरा गांव में कुछ दिन पहले बाघ ने दो घोड़े पर हमला किया था. इस हमले में घोड़ा बुरी तरह जख्मी हो गया था. उसके बाद वन विभाग की टीम ने खोजबीन के बाद कहा था कि बाघों का यहां से पलायन हो चुका है. जबकि फिर से एक बार बाघों ने दो सुअरों पर हमला कर दिया, जिससे दोनों सुअरों की मौत हो गई. बताया जाता है कि जब घोड़ा पर बाघों ने हमला किया, उस समय घोड़े के पिछले हिस्से को खा गया था. इसके पहले भी बाघों ने 9 दिन पहले दो महिलाओं पर हमला किया था. जिसमें महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी.
पुनौरा में बाघों ने दी दस्तक: बता दें कि पिछले 5 दिनों से वन विभाग की टीम ने बाघ को खोजने की कोशिश की. यहां पर बाघों के नहीं मिलने के बाद बाघ के पलायन होने की घोषणा कर दी और गांव से निकलकर चल दिए. जिसके बाद ही बाघों ने अपना आतंक फिर से जारी करते हुए गुरुवार की सुबह में दो घोड़े पर हमला कर दिया. शनिवार को डुमरा प्रखंड के पुनौरा में बाघ दो जंगली सूअर को मार दिया. इधर इस हादसे के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है. हालांकि वन विभाग की टीम ने वहां पहुंचकर रेस्क्यू करने का प्रयास में जुटी है.
वन विभाग की टीम खोजने में जुटी: लगातार 9 दिनों से विभाग की टीम बाघ को ढूंढने में जुटी है. इधर, आज शनिवार को बाघ के पद चिन्हों के अनुसार फिर से खोजने में जुटी है. हालांकि गुरुवार को वन विभाग की टीम ने अंदाजा लगाया था कि बाघ फिर से पड़ोसी देश नेपाल में चला गया है. राजधानी पटना से भी फॉरेस्ट विभाग की 5 टीमों को बाघ को रेस्क्यू करने के लिए भेजा गया है. उन टीमों के द्वारा भी लगातार बाघ को रेस्क्यू करने का प्रयास किया है.
"गांव के सारे लोगों में बाघ से डर का माहौल बन चुका है. यहां पर पिछले 9, 10 दिनों से लगातार बाघ कभी घोड़े पर कभी ग्रामीण महिलाओं पर भी हमला बोला है.पुलिस को भी सूचना दी गई . जिसके बाद वन विभाग की टीम आकर भी बाघ को रेस्क्यू नहीं कर पाई है." - स्थानीय