ETV Bharat / state

पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बोले- 'राज्य सरकार की लापरवाही से बंद हुआ रीगा चीनी मिल'

पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह एक बार फिर से अपने ही सरकार पर बरसे. सुधाकर सिंह ने कहा रीगा चीनी मिल (Riga sugar mill) बंद होने का मुख्य कारण बिहार सरकार की लापरवाही है. पढ़ें पूरी खबर..

सुधाकर सिंह का सरकार पर हमला
सुधाकर सिंह का सरकार पर हमला
author img

By

Published : Dec 10, 2022, 3:26 PM IST

सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में रीगा चीनी मिल चालू करने को लेकर एक बार फिर से पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने सरकार पर हमला (Sudhakar Singh attacks on government ) बोला है. उन्होंने कहा कि चीनी मिल बंद होने के पीछे सरकार की लापरवाही मुख्य कारण है. यहां नीय किसान भवन परिसर में पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का किसानों ने स्वागत किया. किसानों और मजदूरों ने चीनी मिल चालू कराने में सहयोग करने का आग्रह किया. पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के लिए कृषि रोड मैप बनाती है जिसमें से कृषि शब्द गायब हो जाता है सिर्फ रोडमैप रह जाता है.

सुधाकर सिंह का सरकार पर हमला

ये भी पढ़ेंः रीगा चीनी मिल चालू कराने की मांग को लेकर किसानों की महापंचायत, कोर्ट जाने पर विचार-विमर्श

चीनी मिल बंद होने के पीछे सरकार की लापरवाहीः एक बार फिर से सुधाकर सिंह अपने ही सरकार पर बरसे. सुधाकर सिंह ने कहा रीगा चीनी मिल बंद होने का मुख्य कारण बिहार सरकार की लापरवाही है. मैंने जब किसानों से बात की. उनकी समस्याएं सुनी तो लगा, राज्य सरकार के स्तर पर लापरवाही बरती गई. यहां ईख के उत्पादन से लेकर बाजार तक पूरी प्रक्रिया में सरकार ने सक्रिय तरह से हस्तक्षेप नहीं किया. इस कारण अरबों रुपये का कारोबार छिन्न भिन्न हो गया.

किसानों के सवाल पर ही इस्तीफा दे दियाः सरकार सिर्फ सड़कों की खेती करती है. चीनी मिल को चालू कराने के सवाल पर कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में मैं सवाल रखूं.गा आप अपने चुने हुए जनप्रतिनिधियों खासकर एमएलए से समर्थन करने का दबाव बनाइए. क्योंकि कोई भी जनप्रतिनिधि किसानों के सवाल पर चुप्पी साध लेता है. मौके पर पूर्व मंत्री ने कहा कि किसान आज निरीह प्राणी बना हुआ है. किसानों के सवाल पर ही मैंने इस्तीफा दे दिया. सबसे ज्यादा उपेक्षित आज किसानों से संबंधित कृषि विभाग है. क्योंकि यह किसानों से संबंधित है.

रीगा चीनी मिल को घाटा कैसे हुआ यह जांच का विषयः सुधाकर सिंह ने कहा कि कृषि पर सरकार 4 हजार करोड़ रुपये का बजट बनाई है. जबकि किसानों से सरकार डेढ़ लाख करोड़ रुपए कर के माध्यम से वसूल करती है. किसान बदहाल है. पूर्व कृषि मंत्री ने बताया कि बिहार के अन्य चीनी मिलों की अपेक्षा रीगा चीनी मिल को ज्यादा घाटा कैसे लगा. यह जांच का विषय है, जबकि बिहार में कोई भी चीनी मिल घाटे पर नहीं चल रही है. सभी चीनी मिल लाभ पर ही चल रही है.

विपक्ष की अकर्मण्यता के कारण बीजेपी जीतीः इस मौके पर पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि विपक्ष की अकर्मण्यता के कारण गुजरात में बीजेपी की इतनी प्रचण्ड जीत हुई. मंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग बीजेपी की नाकामी और साजिश को जनता को समझाने में नाकाम रहे. पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी किसान विरोधी है.

"रीगा में चीनी मील की जो समस्या है, किसानों से बात करने पर पता चला कि इसके पीछे राज्य सरकार के स्तर पर लापरवाही बरती गई. यहां ईख के उत्पादन से लेकर बाजार तक पूरी प्रक्रिया में सरकार ने सक्रिय तरह से हस्तक्षेप नहीं किया. इस कारण अरबों रुपये का कारोबार छिन्न भिन्न हो गया. इसका सबसे बड़ा नुकसान किसानों को हुआ है" - सुधाकर सिंह, पूर्व कृषि मंत्री

सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में रीगा चीनी मिल चालू करने को लेकर एक बार फिर से पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने सरकार पर हमला (Sudhakar Singh attacks on government ) बोला है. उन्होंने कहा कि चीनी मिल बंद होने के पीछे सरकार की लापरवाही मुख्य कारण है. यहां नीय किसान भवन परिसर में पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का किसानों ने स्वागत किया. किसानों और मजदूरों ने चीनी मिल चालू कराने में सहयोग करने का आग्रह किया. पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के लिए कृषि रोड मैप बनाती है जिसमें से कृषि शब्द गायब हो जाता है सिर्फ रोडमैप रह जाता है.

सुधाकर सिंह का सरकार पर हमला

ये भी पढ़ेंः रीगा चीनी मिल चालू कराने की मांग को लेकर किसानों की महापंचायत, कोर्ट जाने पर विचार-विमर्श

चीनी मिल बंद होने के पीछे सरकार की लापरवाहीः एक बार फिर से सुधाकर सिंह अपने ही सरकार पर बरसे. सुधाकर सिंह ने कहा रीगा चीनी मिल बंद होने का मुख्य कारण बिहार सरकार की लापरवाही है. मैंने जब किसानों से बात की. उनकी समस्याएं सुनी तो लगा, राज्य सरकार के स्तर पर लापरवाही बरती गई. यहां ईख के उत्पादन से लेकर बाजार तक पूरी प्रक्रिया में सरकार ने सक्रिय तरह से हस्तक्षेप नहीं किया. इस कारण अरबों रुपये का कारोबार छिन्न भिन्न हो गया.

किसानों के सवाल पर ही इस्तीफा दे दियाः सरकार सिर्फ सड़कों की खेती करती है. चीनी मिल को चालू कराने के सवाल पर कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में मैं सवाल रखूं.गा आप अपने चुने हुए जनप्रतिनिधियों खासकर एमएलए से समर्थन करने का दबाव बनाइए. क्योंकि कोई भी जनप्रतिनिधि किसानों के सवाल पर चुप्पी साध लेता है. मौके पर पूर्व मंत्री ने कहा कि किसान आज निरीह प्राणी बना हुआ है. किसानों के सवाल पर ही मैंने इस्तीफा दे दिया. सबसे ज्यादा उपेक्षित आज किसानों से संबंधित कृषि विभाग है. क्योंकि यह किसानों से संबंधित है.

रीगा चीनी मिल को घाटा कैसे हुआ यह जांच का विषयः सुधाकर सिंह ने कहा कि कृषि पर सरकार 4 हजार करोड़ रुपये का बजट बनाई है. जबकि किसानों से सरकार डेढ़ लाख करोड़ रुपए कर के माध्यम से वसूल करती है. किसान बदहाल है. पूर्व कृषि मंत्री ने बताया कि बिहार के अन्य चीनी मिलों की अपेक्षा रीगा चीनी मिल को ज्यादा घाटा कैसे लगा. यह जांच का विषय है, जबकि बिहार में कोई भी चीनी मिल घाटे पर नहीं चल रही है. सभी चीनी मिल लाभ पर ही चल रही है.

विपक्ष की अकर्मण्यता के कारण बीजेपी जीतीः इस मौके पर पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि विपक्ष की अकर्मण्यता के कारण गुजरात में बीजेपी की इतनी प्रचण्ड जीत हुई. मंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग बीजेपी की नाकामी और साजिश को जनता को समझाने में नाकाम रहे. पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी किसान विरोधी है.

"रीगा में चीनी मील की जो समस्या है, किसानों से बात करने पर पता चला कि इसके पीछे राज्य सरकार के स्तर पर लापरवाही बरती गई. यहां ईख के उत्पादन से लेकर बाजार तक पूरी प्रक्रिया में सरकार ने सक्रिय तरह से हस्तक्षेप नहीं किया. इस कारण अरबों रुपये का कारोबार छिन्न भिन्न हो गया. इसका सबसे बड़ा नुकसान किसानों को हुआ है" - सुधाकर सिंह, पूर्व कृषि मंत्री

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.