सीतामढ़ी: सरकार शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है. शिक्षा विभाग का भी मानना है कि सरकारी विद्यालयों में अब सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी हैं. शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर हो गई है. शिक्षा विभाग और सरकार का यह दावा जिले के सोनबरसा प्रखंड के नरकटिया राजकीय मध्य विद्यालय में खोखला साबित हो रहा है.
क्लास रूम पर है बिजली विभाग का कब्जा
इस विद्यालय में वर्ग 1 से 8 तक की पढ़ाई होती है. 291 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. विद्यालय में सरकार की ओर से फर्नीचर भी मुहैया कराई गई है. फिर भी 1 से 4 क्लास तक के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं क्योंकि इस क्लासरूम पर बिजली विभाग के लोगों ने कब्जा जमा रखा है.
मिड-डे मील का लेखा-जोखा नहीं
इस विद्यालय में मिड-डे मील में भी काफी अनियमितता सामने आई है. बच्चों के लिए बनाया जाने वाला खाना अंदाज से बनाया जाता है. प्रधानाध्यापक का कहना है कि जब बच्चे खाने आते हैं उस समय एटेंडेंस बनाया जाता है. विद्यालय की रसोईया विमल देवी ने बताया कि उन्हें कभी भी शिक्षक की ओर से बच्चों की संख्या नहीं बताई जाती है. वह खुद ही अंदाज से एमडीएम बनाती हैं. वहीं, इस एमडीएम का लाभ गांव के वैसे बच्चे भी लेते हैं, जो विद्यालय में नामांकित नहीं हैं.