सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में एक 15 साल की नाबालिग से दुष्कर्म की कोशिश की गई थी. नाबालिग ने इसका विरोध किया (Minor burnt in protest against gang rape) तो बदमाशों ने उस पर तेजाब और किरोसिन तेल डालकर जलाकर मारने की कोशिश की. इसके बाद नाजुक हालत में उसे एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान पीड़िता ने मंगलवार रात दम तोड़ दिया. मौत से 10 घंटे पहले पीड़िता ने 164 के तहत बयान दर्ज कराया है. उसने कहा है कि 'मेरे मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलवाइएगा.'
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20 दिन बाद तड़प-तड़पकर मौत: लड़की का इलाज मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में चल रहा था. मौत से दस घंटे पहले लड़की ने अहियापुर पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था. इसमें गांव के ही युवकों को उसने नामजद किया था. पुलिस पदाधिकारी से उसने कहा कि, ‘सर, उनका विवाद मेरे पिता से था. फिर दरिंदों ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की. मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर मिलना चाहिए. बता दें कि लड़की सीतामढ़ी के पुपरी इलाके की रहने वाली थी.
'दुश्मनी मेरे पिता से थी तो मेरे साथ ऐसा क्यों किया': लड़की ने मौत से 10 घंटे पहले बयान दिया था. जिसमें उसने कहा, "मेरे मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलवाइएगा. दुश्मनी तो मेरे पिता से थी तो मेरे साथ ऐसा क्यों किया".
पीड़िता के पिता ने बताया कि ''मेरी बेटी के साथ 5 लड़कों ने गैंगरेप करने का प्रयास किया था. उसने जब विरोध किया तो लड़कों ने पहले उसके ऊपर तेजाब डाला, फिर केरोसिन तेल डाला और माचिस से आग लगा दी. इसके बाद आरोपियों ने उसे पास के गड्ढे में फेंक दिया था.''
''मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने से पीड़िता का बयान मिला है. बयान को देखा जा रहा है.'' - रामकृष्ण, डीएसपी हेडक्वार्टर
पांच लोगों ने रेप का प्रयास किया था: लड़की का इलाज मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में चल रहा था. मौत से दस घंटे पहले लड़की ने अहियापुर पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था. इसमें गांव के ही युवकों को उसने नामजद किया था. पुलिस पदाधिकारी से उसने कहा कि, ‘सर, उनका विवाद मेरे पिता से था. फिर दरिंदों ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की. मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर मिलना चाहिए.पीड़िता के पिता ने कहा कि 29 अगस्त की शाम 5 आरोपियों ने उनकी बेटी को जबरदस्ती उठा लिया और अपने साथ लेकर चले गए.उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की. दुष्कर्म का साक्ष्य छिपाने को लेकर आरोपियों ने तेजाब फेंक कर बेटी को जलाया. इसके बाद दूसरे ने उसके ऊपर केरोसिन डाला और तीसरे ने माचिस से आग लगा दी.
मामले में 3 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज: नाबालिग के साथ गैंगरेप के प्रयास के मामले में पीड़िता के बयान के आधार पर स्थानीय थाने में 3 लोगों के विरोध मामला दर्ज किया गया है. मरने से पहले पीड़िता ने कहा था, 'बीते 29 अगस्त को जब वह गाढ़ा गांव से अपने घर आ रही थी, इसी दौरान संजय राय, अशोक राय और रामसकल राय ने मिलकर मुझे संजय किराड़े के मवेशी के गुण घर में खींच कर ले गया और मेरा कपड़ा फाड़ने की कोशिश की. साथ ही गलत करने का भी प्रयास किया. मेरे विरोध किए जाने के बाद संजय राय ने मेरे शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़क दिया और मुझे आग लगा दिया. इस दौरान गड्ढे में खुद कूदकर अपनी जान बचाई. ग्रामीणों और परिजनों के सहयोग से स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां से मुझे एसकेसीएमएच मुजफ्फरपुर भेज दिया गया.'
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