सीतामढ़ी: बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग भले ही गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा करते हो. लेकिन सीतामढ़ी का बेलसंड अनुमंडलीय अस्पताल दोनों के दावों को खोखला साबित कर रहा है. 15 करोड़ की लागत से बने इस 50 बेड वाले अनुमंडलीय अस्पताल का 6 महीने पहले उद्घाटन हुआ था. लेकिन तब से लेकर अब तक यहां अधिकांश पद खाली ही पड़े हैं. जिसके कारण मरीजों का इलाज शुरू नहीं हो पाया है.
करोड़ों की लागत से बना अस्पताल
इस संबंध में पूछे जाने पर रोगी कल्याण समिति के सदस्य और स्थानीय लोगों का कहना है कि करोड़ों की लागत से बना अनुमंडलीय अस्पताल में सभी पद रिक्त पड़े हुए हैं. इसके अलावा अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरण लगाया जाना था, जो अब तक नहीं लगाया जा सका है. जिसका नतीजा है कि इस अनुमंडल क्षेत्र में जो गंभीर मरीज होते हैं, उनका इलाज के अभाव में असमय मौत हो जा रही है, तो इस अस्पताल के बनाए जाने का मतलब क्या रहा.
''यहां मरीजों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है, केवल उद्घाटन होकर के रह गया है. उद्घाटन के बाद कुछ डॉक्टर आए हैं वो भी सेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में काम कर रहे हैं अनुमंडल में कोई काम नहीं हो रहा है''-मोहम्मद वाजुल हक, सदस्य, रोगी कल्याण समिति
''सीतामढ़ी में एक अनुमंडल अस्पताल होना चाहिए इस मानसिकता से सरकार ने 15 करोड़ की लागत से अनुमंडल अस्पताल का सृजन कराया, लेकिन इस आधार से बने इस अस्पताल में डॉक्टर और नर्स नहीं हैं. केवल 4 डॉक्टर और 25 ए ग्रेड नर्स ही काम कर रही हैं. लेकिन जरूरत 125 स्वास्थ्यकर्मियों की है. जिससे लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है''-जयप्रकाश पासवान, स्थानीय निवासी
100 से ज्यादा पद पड़े हैं खाली
बेलसंड अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 100 से ज्यादा पद सृजित किए गए हैं. लेकिन इन सभी पदों में अधिकांश पद खाली पड़े हैं. जिनमें उपाधीक्षक 1, फिजीशियन 2, जनरल सर्जन 2, स्त्री रोग विशेषज्ञ 2, चर्म रोग विशेषज्ञ 1, शिशु रोग विशेषज्ञ 2, मुर्छक 2, ईएनटी विशेषज्ञ 1, नेत्र रोग विशेषज्ञ 1, हड्डी रोग विशेषज्ञ 1, रेडियोलॉजिस्ट 2, सामान्य और महिला चिकित्सक 9, दंत चिकित्सक 1, हेल्थ मैनेजर 1 के पद रिक्त हैं.
रिक्त पदों को जल्द भरने की जरूरत
इसके अलावा आयुष फिजीशियन 2, पैथोलॉजिस्ट 1, ए ग्रेड नर्स 50, अटेंडेंट 1, ऑपीथैलेमिक असिस्टेंट 1, ईसीजी टेक्निशियन 1, ऑडियोमेट्रीशियन 1, लैब टेक्नीशियन 5, प्रयोगशाला सहायक 3, X-RAY टेक्निशियन 3, मिश्रक 5, मेट्रोन 2, फिजियोथैरेपिस्ट 1, लिपिक 4, मेडिकल रिकॉर्ड टेक्निशियन 1, इलेक्ट्रिशियन 1 और प्लंबर का 1 पद रिक्त हैं. इन रिक्त पदों पर स्वास्थ्य कर्मियों की जल्द से जल्द नियुक्ति करने की जरूरत है ताकि अस्पताल बनाने का लाभ जरूरतमंदों को मिल सके.
''अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण जिले के लिए वरदान साबित होगा. लेकिन इस अस्पताल में जो सृजित पद हैं, उस पर अब तक स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं हो पाई है. जिस कारण अस्पताल में मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. सृजित पदों को भरने के लिए विभाग विभाग के पास प्रस्ताव भेजा गया है. बहुत जल्द ही रिक्त पदों पर स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली कर ली जाएगी. उसके बाद मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा''- डॉ. सुरेंद्र कुमार चौधरी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सीतामढ़ी
अनुमंडलीय अस्पताल में अब तक केवल 4 चिकित्सक, 25 ए ग्रेड नर्स और 2 लिपिक की तैनाती की गई है. जिसमें सभी चारों चिकित्सक और नर्स अपनी सेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दे रहे हैं.