सीतामढ़ी: कोरोना महामारी के बीच रीगा चीनी मिल के डिस्टलरी डिवीजन में सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू कर दिया गया है. अब बाजारों में सैनिटाइजर का अभाव नहीं होगा. यहां इथेनॉल से सैनिटाइजर बनाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, जो कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए बेहद ही कारगर साबित हो रहा है.
डिस्टलरी के जीएम एसके मिश्रा ने बताया कि प्रतिदिन 5 से 10 हजार लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन हो रहा है. जिसकी आपूर्ति सीतामढ़ी जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के अलावा कोलकाता और मुंबई में की जा रही है. यहां निर्मित सैनिटाइजर अन्य कंपनियों द्वारा निर्मित सैनिटाइजर की तुलना में बेहद सस्ता और बेहतर है, इसलिए इसकी मांग अधिक है.
इन राज्यों में हो रही आपूर्ति
महाप्रबंधक शशि गुप्ता ने बताया कि सीतामढ़ी, कोलकाता और मुंबई के अलावे अन्य प्रदेशों में इसे उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. मांग ज्यादा होने पर उत्पादन की क्षमता बढ़ाकर 15 से 20 हजार लीटर प्रतिदिन की जाएगी. उत्पादित सैनिटाइजर 5 लीटर और आधे लीटर के पैक में उपलब्ध है. जिसका खुदरा बिक्री मूल्य 1750 और 250 निर्धारित किया गया है.
युद्ध स्तर पर काम कर रहे 35 कर्मी
बता दें कि सैनिटाइजर उत्पादन में 35 कर्मियों को लगाया गया है. जो बेहद ही दक्ष और अनुभवी हैं. उनकी देख-रेख में उच्च गुणवत्ता वाले सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है, जो कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए काफी कारगर है. महाप्रबंधक शशि गुप्ता ने बताया कि बहुत जल्द ही इसे 1 लीटर और 2 लीटर के पैक में उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं डिस्टलरी डिवीजन के जीएम एस के मिश्रा ने बताया कि सैनिटाइजर उत्पादन के लिए अत्याधुनिक और उच्च तकनीक वाली लैब है जहां इथेनॉल, ग्लिसरीन हाइड्रोजन पराक्साइड और फ्लेवर से 80% एल्कोहल वाले बेहतर सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है.