सीतामढ़ी: नेपाल सीमा से सटे जिले के बैरगनिया प्रखंड के बागमती तटबंध के लिए खतरा बना पुराना रेलवे पुल मजिस्ट्रेट की निगरानी में शनिवार को ध्वस्त कर दिया गया. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि जेसीबी मशीन द्वारा पुल को तोड़ने का काम जारी है. बीते दिनों इसी पुल से लोग सीतामढ़ी से बैरगनिया रेल मार्ग से जाते और आते थे.
पुराने पुल को किया गया ध्वस्त
पुराना रेलवे पुल लगातार बाढ़ के समय खतरा बनता जा रहा था. बीते दिनों समस्तीपुर मंडल के प्रमंडलीय अभियंता द्वारा बाढ़ नियंत्रण के मद्देनजर बैरगनिया-ढेंग स्टेशनों के बीच बागमती नदी पर बना एक पुराने पुल को ध्वस्त किया. रेलवे द्वारा 29 जून को उक्त पुल को तोड़ने का प्रयास किया गया था. लेकिन कुछ ग्रामीणों के विरोध के कारण पुल को तोड़ा नहीं जा सका. बाद में रेलवे ने पुल तोड़ने के लिए दंडाधिकारी व पुलिस बल की मांग स्थानीय जिला प्रशासन से की. जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 जुलाई को पुल तोड़ने का समय निर्धारित कर दिया. इसके बाद पुल को तोड़ दिया गया.
पुल टूटने से ग्रामीणों में आक्रोश
पुल के तोड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे का यह पुराना पुल एकमात्र उनके नदी पार कर जाने का रास्ता था. इस पुल के टूट जाने के कारण अब वह बैरगनिया नदी पार करके ही जा सकेंगे. नदी पार कर जाना खतरे से खाली नहीं है. इस वक्त मानसून का समय है और बाढ़ का भी खतरा कम नहीं है. उन्होंने कहा कि ने कहा कि यदि घर में कोई व्यक्ति बीमार पड़ेगा. तो वह रास्ते के अभाव में मर जाएगा.