सीतामढ़ीः जिले में दशकों पहले महिलाओं को शिक्षित करने को लेकर खुला जिले का एकमात्र राम सकल सिंह महिला कॉलेज आज उपेक्षा का दंश झेल रहा है. आलम यह है कि लाखों की लागत से बनी प्रयोगशाला आज पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. बता दें कि यूजीसी ने छात्राओं को शिक्षित करने को लेकर प्रयोगशाला के लिए कई सामान मुहैया करवाए थे.
तीन प्रोजेक्टर सहित अन्य सामानों को दीमक ने खाया
महिला कॉलेज के प्राचार्य राम सकल सिंह ने बताया कि महिला कॉलेज में कर्मचारियों की कमी से शिक्षा प्रभावित हो रही है. वहीं रखरखाव के अभाव में प्रयोगशाला भी बर्बाद हो रही है. यूजीसी द्वारा दिए गए लाखों की लागत का तीन प्रोजेक्टर और फोटो स्टेट सहित अन्य सामानों को दीमक खा रहा है. अब भी प्रयोगशाला का कक्ष बंद पड़ा है. हालांकि इसको लेकर राम सकल सिंह कई दफे जिला प्रशासन से भी गुहार लगा चुके हैं. लेकिन जिला प्रशासन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है.
जिला प्रशासन ने कॉलेज में किया है अतिक्रमण
महिला कॉलेज के प्राचार्य राम सकल सिंह का आरोप है कि जिला प्रशासन लगातार पंचायत चुनाव से विधानसभा और लोकसभा चुनाव को लेकर कॉलेज के भवन को अतिक्रमण करता रहा है. जिसके कारण प्रयोगशाला लगातार बंद रहता है. इसी के कारण प्रयोगशाला के सामानों को दीमक खा गया. अगर सही से रखरखाव हुआ होता तो आज यूजीसी ने जिस मनसा से प्रयोगशाला के लिए प्रोजेक्टर सहित अन्य सामान दिया था. वह छात्राओं के सीखने के काम आता.
बेकार हो गए सामान
दीमक के खाने के कारण अब प्रोजेक्टरों का कोई उपयोग नहीं हो सकता है. हालांकि प्राचार्य ने कहा है कि लैपटॉप के अलमारी में रहने के कारण उसका बचाव हो गया है. वहीं प्राचार्य ने बताया कि इसको लेकर उन्होंने कई दफे जिला प्रशासन को भी पत्र लिखा है. बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है.