सीतामढी: कोरोना संक्रमण को लेकर घोषित लॉकडाउन का व्यापक असर आध्यात्मिक आयोजनों पर भी देखा जा रहा है. 1 मई को आयोजित होने वाले जानकी जन्मोत्सव का आयोजन भी प्रभावित हुआ है. इसे देखते हुए जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जिला वासियों से 1 मई को 11:55 पर अपने-अपने घरों में ताली-थाली बजाकर इसे मनाने की अपील की.
साथ ही सांसद ने कहा कि 1 मई के ही शाम 7 बजे अपने-अपने घरों में दीप प्रज्वलित कर जानकी जन्मोत्सव को जीवंत बनाएं. जगत जननी मां जानकी की जन्म स्थली जानकी स्थान के इतिहास में यह पहली बार है जब वैश्विक आपदा के कारण जानकी जन्मोत्सव का आयोजन फीका और प्रभावित हो गया है. इससे पहले लॉकडाउन के कारण ही राम जन्म उत्सव का आयोजन भी नहीं किया जा सका था.
कोरोना के कारण नहीं मनाया जायेगा जानकी जन्मोत्सव
बता दें कि 1599 में मां जगत जननी जानकी जन्मस्थली की खोज हुई थी तब से लेकर पिछले साल तक राम जन्म उत्सव और जानकी जन्मोत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जाता रहा है. जानकी जन्मोत्सव के अवसर पर 1 सप्ताह पहले से ही जानकी स्थान और पुनौरा धाम में राम कथा, राम चरित मानस का पाठ, पंचकोसी परिक्रमा, जानकी जन्म उत्सव और सीतामढ़ी महोत्सव का आयोजन होता था, लेकिन कोरोना संकट ने इन सभी आयोजनों पर पानी फेर दिया है. इसे देखते हुए सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जिलावासियों से ये अपील की.
सांसद ने की अपील
सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जिलावासियों से जानकी जन्मोत्सव अपने-अपने घरों में मनाने की अपील की. साथ ही इस महामारी से बचने के लिए लोगों को लॉकडाउन का अनुपालन करने और सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि जनता और प्रशासन के सहयोग से ही अब तक जिले में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. जिले को सुरक्षित रखने के लिए सभी जिलावासियों का सहयोग और समर्थन बेहद जरूरी है. वहीं इस संबंध में पुनौरा जानकी मंदिर के महंथ कौशल किशोर दास ने बताया कि लॉकडाउन के कारण मंदिर में होने वाले सभी तरह के आयोजन पूरी तरह प्रभावित हो गये हैं. इसका असर जानकी जन्मोत्सव आयोजन पर भी हुआ है.