सीतामढ़ी: रीगा में 'शादी बच्चों का खेल नहीं' परियोजना के तहत किशोरियां घर में बैठकर अपने परिवार और समुदाय के लिए फेस मास्क बना रही हैं. इसकी शुरुआत किशोरियों ने 'फेस मास्क चैलेंज' कैंपेन से की. जिसकी वजह से लगभग 150 लड़कियां फेस मास्क बना रही हैं. मार्केट में फेस मास्क जब नहीं मिल रहा था, तब इस कैंपेन की शुरुआत की गई.
संस्था से जुड़े कमल कुमार ने बताया कि इसकी शुरूआत सीतामढ़ी प्रशासन की सक्रियता से हुई. इसके लिए जिलााधिकारी अभिलाषा शर्मा लगातार किशोरियों का हौसला बढ़ा रही हैं.
लड़कियां कर रहीं सराहनीय काम
हौसले को बरकरार रखती हुई किशोरियों ने एक बेहतरीन कदम उठाया ताकि आसानी से लोगों को मास्को उपलब्ध कराया जा सके और इस महामारी से सुरक्षा हो सके. इसके तहत प्रखंड के लिए डेढ़ सौ किशोरियों ने अपने घर में फेस मास्क बनाया. अबतक करीब 1800 फेस मास्क बनकर तैयार हैं. जिसे समुदाय में फ्री में बांटा जा रहा है. इस आपदा की घड़ी में इसतरह प्रयास यह दर्शाता है कि एक छोटी कोशिश से समाज में कितना सहयोग किया जा सकता है.
'जिलाधिकारी से मिली प्रेरणा'
संस्था में काम करने वाली सोनम किशोरी कहती हैं कि मास्क बनाने की प्रेरणा सीतामढ़ी जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा से प्राप्त हुई. यह प्रयास आम लोगों, ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों के लिए वरदान साबित हो रहा है.