सीतामढ़ीः जिले में 3 दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बागमती नदी से कई जगहों पर कटाव जारी है. लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारी इस मामले में पूरी तरह से लापरवाही बरत रहे हैं. भारी बारिश और बांधों के कटाव के कारण हालात ये हैं कि बागमती नदी के कटाव की वजह से तेजी से किसानों की खेती योग्य जमीन नदी में समाती जा रही है. जिसके कारण किसानों में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है.
सीतामढ़ी के सुप्पी प्रखंड के जमला परसा और अख्ता गांव में बागमती नदी की तेज धारा में किसानों की कीमती जमीन समा रही है. इस कटाव की वजह से जमला परसा गांव के अस्तित्व पर भी संकट मंडरा रहा है. पूरे मामले में जल संसाधन विभाग के अधिकारी कुछ नहीं कर रहे हैं.
बांध मरम्मत में बरती जाती है लापरवाही
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में जल संसाधन विभाग की ओर से हर वर्ष बांध मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं. कई इंजीनियर जिले के जल संसाधन विभाग में वर्षों से जमे हैं, उन इंजीनियरों की ओर से अपने चहेतों को कार्य का आवंटन किया जाता है. बांध मरम्मती का कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के कारण हर वर्ष बांधों में कटाव होता है. इसके कारण सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद हो जाता है.
मामले को लेकर कई जनप्रतिनिधि कई बार कर चुके हैं शिकायत
बता दें कि बांधों की मरम्मती कार्य में धांधली को लेकर लगातार जनप्रतिनिधि जिलाधिकारी से लेकर बिहार सरकार से शिकायत कर रहे हैं. पिछले दिनों पूर्व सांसद नवल किशोर राय ने डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा से मिलकर बांधों की मरम्मती कार्य में धांधली को लेकर शिकायत की थी. हालांकि अब तक जिला प्रशासन की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है.