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सीतामढ़ी: बाढ़ से लोगों की जिंदगी बेहाल, DM ने हंगामा नहीं करने का किया अपील

सीतामढ़ी में लगातार बारिश से बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, डीएम ने इसको लेकर बाढ़ पीड़ितों से अपील किया कि कोई भी राहत राशि को लेकर हंगामा नहीं करे. सभी को दिया जाएगा.

सीतामढ़ी
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Published : Jul 20, 2019, 9:46 PM IST

सीतामढ़ी: जिले के16 प्रखंड के 179 पंचायतों में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. यहां बाढ़ से 27 लोगों की मौत भी हो चुकी है. किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. इससे यहां लोगों की जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चुका है.

जिला प्रशासन का दावा है कि अब तक एक लाख बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सहायता की राशि दी जा चुकी है. 126 भोजनालय चलाए जा रहे हैं. इसके साथ ही दस हजार से अधिक राहत पैकेट का वितरण किया जा चुका है. 27 मृतकों के परिजनों में 11 मृतक के परिवार को 4- 4 लाख का भुगतान किया जा चुका है. लेकिन बाढ़ पीड़ितों का बताना है कि प्रशासनिक स्तर पर अब तक उनकी कोई भी सहायता नहीं की गई है.

डीएम हंगामा नहीं करने का किया अपील
डीएम रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि यहां चार लाख से अधिक परिवार बाढ़ से पीड़ित हैं. अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों को भुगतान किया जा चुका है. इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से अपील किया कि राहत राशि को लेकर हंगामा नहीं करे. सभी को भुगतान किया जाएगा.

स्थानीय और डीएम का बयान

बाढ़ की चपेट में अधिकांश क्षेत्र
बता दें कि सीतामढ़ी में लगातार बारिश से बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले के सुरसंड, बेलसंड, रुनीसैदपुर, परसौनी, धनकौल, मारर, मधकौल, तरियानी छपरा, पिरसियां, रमनी, कौर्रा, शौली, रुपौली सहित सीतामढ़ी और शिवहर जिले का अधिकांश गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.

सीतामढ़ी: जिले के16 प्रखंड के 179 पंचायतों में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. यहां बाढ़ से 27 लोगों की मौत भी हो चुकी है. किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. इससे यहां लोगों की जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चुका है.

जिला प्रशासन का दावा है कि अब तक एक लाख बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सहायता की राशि दी जा चुकी है. 126 भोजनालय चलाए जा रहे हैं. इसके साथ ही दस हजार से अधिक राहत पैकेट का वितरण किया जा चुका है. 27 मृतकों के परिजनों में 11 मृतक के परिवार को 4- 4 लाख का भुगतान किया जा चुका है. लेकिन बाढ़ पीड़ितों का बताना है कि प्रशासनिक स्तर पर अब तक उनकी कोई भी सहायता नहीं की गई है.

डीएम हंगामा नहीं करने का किया अपील
डीएम रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि यहां चार लाख से अधिक परिवार बाढ़ से पीड़ित हैं. अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों को भुगतान किया जा चुका है. इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से अपील किया कि राहत राशि को लेकर हंगामा नहीं करे. सभी को भुगतान किया जाएगा.

स्थानीय और डीएम का बयान

बाढ़ की चपेट में अधिकांश क्षेत्र
बता दें कि सीतामढ़ी में लगातार बारिश से बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले के सुरसंड, बेलसंड, रुनीसैदपुर, परसौनी, धनकौल, मारर, मधकौल, तरियानी छपरा, पिरसियां, रमनी, कौर्रा, शौली, रुपौली सहित सीतामढ़ी और शिवहर जिले का अधिकांश गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.

Intro:जिले में बाढ़ से 27 लोगों की मौत। 17 लाख से अधिक की आबादी तबाह। डेढ़ लाख हेक्टेयर में लगी फसल बर्वाद। Body:जिले मैं आई भीषण बाढ़ की विभीषिका के कारण अब तक अलग-अलग प्रखंडों में कुल 27 लोगों की मौत हो चुकी है। वही 17 लाख से अधिक की आबादी इस विभीषिका को झेलने के लिए विवश है। इसके अलावा करीब 22 हजार पशु काल कवलित हो चुका हैं। साथ ही 1लाख 40 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। वही कई दर्जन गांव का सड़क और पुल पुलिया ध्वस्त हो चुका है। कई ऐसे गांव हैं जो टापू में तब्दील हो चुका है। लोग विगत आठ दस दिनों से अपने घरों और छतों पर फंसे हुए हैं। जिन्हें निकलने का कोई साधन और सहारा नहीं है। जिला प्रशासन का दावा है कि अब तक एक लाख बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सहायता की राशि दी जा चुकी है। वही 126 भोजनालय चलाए जा रहे हैं। साथ ही दस हजार से अधिक राहत पैकेट का वितरण किया जा चुका है। और 27 मृतकों के परिजनों में 11 मृतक के परिवार को 4_4 लाख का भुगतान किया जा चुका है। लेकिन बाढ़ पीड़ितों का बताना है कि प्रशासनिक स्तर पर अब तक उनकी कोई भी सहायता नहीं की गई है। रुनीसैदपुर अनुमंडल के गाईघट गांव की जनता का बताना है कि उनका गांव पूरी तरह पानी से घिरा हुआ है लेकिन निकलने के लिए एक भी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। लिहाजा घर से निकलने के दौरान एक युवक डूब गया था। जिसे ग्रामीणों की मदद से निकाला गया। डीएम का_______
डीएम रंजीत कुमार सिंह ने बताया की चार लाख बाढ़ पीड़ितों में से दो लाख तीन हजार सात सौ बारह पीड़ितों के बीच 46 करोड़ 47 लाख 42 हजार उनके खाते मे डाल दिया गया है। शेष बचे पीड़ितों के खाते में जल्द राशि भेज दी जायेगी। प्रशासनिक सूची
जिला प्रशासन के अनुसार इस बाढ़ की विभीषिका में अब तक 16 प्रखंड प्रभावित हैं। साथ ही 187 पंचायतों का कुल 551 गांव जल प्लावीत है। और इस बाढ़ से 1715500 व्यक्ति प्रभावित है। और 21 हजार 500 पशु प्रभावित हुआ है। बाढ़ में मरने वाले मृतकों की संख्या अब तक 27 बताई जा रही है। वहीं सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत हुई है। बाढ़ पीड़ितों के लिए 126 शरण स्थली बनाया गया है। 126 रसोई संचालित है। इस सामुदायिक रसोई में खाने वाले बाढ़ पीड़ितों की संख्या 79000 बताई जा रही है। इसके अलावे बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 171 नाव और वोट दिया गया है। कूल 21970 पॉलिथीन सीट का वितरण किया जा चुका है। 10 हजार फूड पैकेट बांटे गए हैं। बाढ़ पीड़ितों की बचाव के लिए एसडीआरएफ की 25 टीम बनाई गई है। वंही एनडीआरएफ की जो टीम बनाई गई है। उसमे 101 कर्मी शामिल है। इसके अलावे कुल प्रभावित कृषि सहित क्षेत्रफल 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर बताया गया है। और कुल कृषि भूमि का प्रभावीत रकबा 29331 हेक्टेयर जिला प्रशासन की सूची में दर्शाया गया है। इसके अलावे 50 अदद जिरिकेन दी गई है। बाइट डीएम रंजीत कुमार सिंह। सीतामढ़ी। बाइट गईघट गाँव की बाढ़ पीड़ित महिला। विजुअलConclusion: डीएम का बताना है कि 1 सप्ताह के अंदर सभी वंचित बाढ़ पीड़ितों को सभी प्रकार की सहायता राशि मुहैया करा दी जाएगी। इसमें किसी भी पीड़ित को हताश और उदास होने की आवश्यकता नहीं है।
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