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गोरखपुर में करंट की चपेट में आने से बच्चे की मौत, परिवार में मचा कोहराम - बिजली करंट लगने से बच्चे की मौत

22 जनवरी को विक्की अपने साथियों के साथ पतंग लूटने के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास गया. जहां बिजली के तार पर फंसे पतंग को निकालने के दौरान वह झुलस कर बुरी तरह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए गोरखपुर सदर अस्पताल ले जाया गया.

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बच्चे की मौत
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Published : Jan 29, 2020, 8:45 AM IST

सीतामढ़ी: गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास 22 जनवरी को 10 वर्षीय विक्की को बिजली का करंट लग गया था, जिसके बाद परिवार वालों ने उसे गोरखपुर अस्पताल में भर्ती कराया था. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, मृतक की पहचान सीतामढ़ी जिले के ओलीपुर गांव के वार्ड नंबर-10 निवासी नरेश राम के पुत्र के रूप में हुई है.

बता दें कि विक्की का शव मंगलवार को गोरखपुर से उसके पैतृक गांव ओलीपुर लाया गया. जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया. विक्की के पिता नरेश राम परिवार के भरण पोषण के लिए बीते 5 वर्षों से गोरखपुर के जटेपुर मुहल्ला के उत्तरी काली मंदिर के पास रहते हैं, जहां वो छोले भटूरे का व्यवसाय करते हैं.

बिजली करंट लगने से बच्चे की मौत

इलाज के दौरान हुई मौत
बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को विक्की अपने साथियों के साथ पतंग लूटने के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास गया. जहां बिजली के तार पर फंसे पतंग को निकालने के दौरान वह झुलस कर बुरी तरह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए गोरखपुर सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन 4 दिनों के बाद विक्की की अस्पताल में मौत हो गई.

बच्चे की जान बचाने के लिए कर्ज उधार लिया था
विक्की अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था और कक्षा तीन में पढ़ रहा था. इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. मां रीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. विक्की के पिता नरेश राम ने बताया कि बिजली तार के संपर्क में आने के बाद विक्की पूरी तरह से जल चुका था. उसकी जान बचाने के लिए उसने कर्ज उधार लिया, लेकिन विक्की की जान नहीं बच पाई.

सीतामढ़ी: गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास 22 जनवरी को 10 वर्षीय विक्की को बिजली का करंट लग गया था, जिसके बाद परिवार वालों ने उसे गोरखपुर अस्पताल में भर्ती कराया था. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, मृतक की पहचान सीतामढ़ी जिले के ओलीपुर गांव के वार्ड नंबर-10 निवासी नरेश राम के पुत्र के रूप में हुई है.

बता दें कि विक्की का शव मंगलवार को गोरखपुर से उसके पैतृक गांव ओलीपुर लाया गया. जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया. विक्की के पिता नरेश राम परिवार के भरण पोषण के लिए बीते 5 वर्षों से गोरखपुर के जटेपुर मुहल्ला के उत्तरी काली मंदिर के पास रहते हैं, जहां वो छोले भटूरे का व्यवसाय करते हैं.

बिजली करंट लगने से बच्चे की मौत

इलाज के दौरान हुई मौत
बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को विक्की अपने साथियों के साथ पतंग लूटने के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास गया. जहां बिजली के तार पर फंसे पतंग को निकालने के दौरान वह झुलस कर बुरी तरह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए गोरखपुर सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन 4 दिनों के बाद विक्की की अस्पताल में मौत हो गई.

बच्चे की जान बचाने के लिए कर्ज उधार लिया था
विक्की अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था और कक्षा तीन में पढ़ रहा था. इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. मां रीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. विक्की के पिता नरेश राम ने बताया कि बिजली तार के संपर्क में आने के बाद विक्की पूरी तरह से जल चुका था. उसकी जान बचाने के लिए उसने कर्ज उधार लिया, लेकिन विक्की की जान नहीं बच पाई.

Intro:गोरखपुर में बिजली की करंट से 10 वर्षीय छात्र की मौत परिवार में मचा कोहराम।


Body:जिले के ओलीपुर गांव के वार्ड नंबर 10 निवासी नरेश राम का 10 वर्षीय पुत्र देवेंद्र उर्फ विक्की की मौत बिजली की करंट लगने से गोरखपुर में हो गई। जिसकी सूचना मिलने के बाद से परिवार और पड़ोस में मातमी सन्नाटा पसरा है। विक्की का शव मंगलवार को गोरखपुर से उसके पैतृक गांव ओलीपुर लाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। विक्की का पिता नरेश राम परिवार की भरण पोषण करने के लिए विगत 5 वर्षों से गोरखपुर के जटेपुर मुहल्ला के उत्तरी काली मंदिर के समीप रहकर छोले भटूरे का व्यवसाय करता है। 22 जनवरी को विक्की अपने साथियों के साथ पतंग लूटने के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन के समीप गया जहां बिजली तार पर फंसे पतंग को निकालने के दौरान वह झुलस कर बुरी तरह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए गोरखपुर सदर अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सक ने उसे मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन 4 दिनों तक जीवन और मौत से संघर्ष करने के बाद 26 जनवरी रविवार को विक्की ने अपने जीवन का जंग हार गया। विक्की अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था और कक्षा तीन में पढ़ रहा था। अचानक हुई इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां रीता देवी का रो रो कर बुरा हाल है विक्की के पिता नरेश राम ने बताया कि 33000 बिजली तार के संपर्क में आने के बाद विक्की पूरी तरह से जल चुका था। उसकी जान बचाने के लिए उसने कर्ज उधार लिए लेकिन विकी की जान नहीं बचा पाया।
बाइट टू बाइट 1, नरेश राम। मृतक विक्की का पिता।
2, रीता देवी। मृतक विक्की की माता।
विक्की के शव को उसके पैतृक गांव ओलीपुर ला कर उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि और अलीपुर गांव के अधिकांश लोग मौजूद रहे। विक्की की मां रीता देवी ने बताया कि विक्की अपने तीन भाइयों में सबसे अधिक प्रतिभाशाली था। जिस रोज विक्की बिजली तार के संपर्क में आकर झुलसा था। उस दिन गोरखपुर में मेला लगा था जहां हम दोनों पति पत्नी छोले भटूरे बेचने गए थे। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद हमें यह जानकारी मिली कि विक्की पतंग लूटने के दौरान बिजली तार के संपर्क में आकर गंभीर रूप से झुलस चुका है तब जाकर उसे अस्पताल ले जाया गया।
बाइट 3, रंजीत बैठा। सरपंच सौली रुपौली पंचायत। उजला मफलर में।


Conclusion:इस घटना से परिवार के सदस्यों के साथ साथ 10 वर्षीय विक्की का सहपाठी भी खासे दुखी है। जो ग्रामीण बच्चे विक्की के गांव आने पर एक साथ दिन भर खेला करते थे वह सभी उसके अंतिम संस्कार में शामिल होकर बेहद भावुक दिख रहे थे।
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