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सीतामढ़ी: 7 करोड़ की लागत से होगा बाईपास का निर्माण

जर्जर बाईपास सड़क को पीसीसी बनाने के लिए तत्कालीन डीएम डॉ रंजीत कुमार सिंह ने ढाई करोड़ का प्रस्ताव भेजा था. लेकिन सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण प्रस्ताव पर रोक लगा दी गई थी.

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Published : Sep 14, 2019, 4:03 PM IST

बाईपास सड़क का निर्माण होगा

सीतामढ़ी: जिले के बस पड़ाव से गौशाला तक जाने वाली बाईपास सड़क काफी जर्जर हो चुकी है. सड़क पर प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है. सड़क पर गड्ढे होने के कारण रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है. यहां आये दिन कई लोग दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं.

गड्ढों में तब्दील हुई बाईपास सड़क
शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए बाईपास बनाया गया था जो कि रिंग बांध के ऊपर बना हुआ है. लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण यह बाईपास सड़क भी गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

7 करोड़ की लागत से होगा बाईपास सड़क का निर्माण

7 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
जर्जर बाईपास सड़क को पीसीसी बनाने के लिए तत्कालीन डीएम डॉ रंजीत कुमार सिंह ने ढाई करोड़ का प्रस्ताव भेजा था. लेकिन सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण प्रस्ताव पर रोक लगा दी गई थी. अब सड़क की चौड़ाई 21 फीट की जाएगी. सड़क निर्माण के लिए 7 करोड़ रूपये का खर्च आंका जा रहा है. इसके लिए नगर विकास मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया चल रही है. प्रस्ताव बन चुका है अब डीएम के स्तर से उसे आगे भेजा जाना है. इसके बाद मंत्रालय से स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

uma shankar gupta
उमा शंकर गुप्ता, स्थानीय

परेशानी का सबब बना बाईपास
राहगीरों का कहना है कि विभाग और सरकार की उदासीनता के कारण बाईपास परेशानी का सबब बन चुका है. लोगों ने बताया कि आधा किलोमीटर लंबे इस बाईपास को पार करने में आधे घंटे का समय लगता है. जाम लगा होने पर एक घंटे से भी ज्यादा का वक्त लगता है. इसलिए इसकी मरम्मत होना बहुत जरूरी है.

mp sitamarhi
सुनील कुमार, सांसद, सीतामढ़ी

सीतामढ़ी: जिले के बस पड़ाव से गौशाला तक जाने वाली बाईपास सड़क काफी जर्जर हो चुकी है. सड़क पर प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है. सड़क पर गड्ढे होने के कारण रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है. यहां आये दिन कई लोग दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं.

गड्ढों में तब्दील हुई बाईपास सड़क
शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए बाईपास बनाया गया था जो कि रिंग बांध के ऊपर बना हुआ है. लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण यह बाईपास सड़क भी गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

7 करोड़ की लागत से होगा बाईपास सड़क का निर्माण

7 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
जर्जर बाईपास सड़क को पीसीसी बनाने के लिए तत्कालीन डीएम डॉ रंजीत कुमार सिंह ने ढाई करोड़ का प्रस्ताव भेजा था. लेकिन सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण प्रस्ताव पर रोक लगा दी गई थी. अब सड़क की चौड़ाई 21 फीट की जाएगी. सड़क निर्माण के लिए 7 करोड़ रूपये का खर्च आंका जा रहा है. इसके लिए नगर विकास मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया चल रही है. प्रस्ताव बन चुका है अब डीएम के स्तर से उसे आगे भेजा जाना है. इसके बाद मंत्रालय से स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

uma shankar gupta
उमा शंकर गुप्ता, स्थानीय

परेशानी का सबब बना बाईपास
राहगीरों का कहना है कि विभाग और सरकार की उदासीनता के कारण बाईपास परेशानी का सबब बन चुका है. लोगों ने बताया कि आधा किलोमीटर लंबे इस बाईपास को पार करने में आधे घंटे का समय लगता है. जाम लगा होने पर एक घंटे से भी ज्यादा का वक्त लगता है. इसलिए इसकी मरम्मत होना बहुत जरूरी है.

mp sitamarhi
सुनील कुमार, सांसद, सीतामढ़ी
Intro: शहर की जर्जर बाईपास सड़क होगी चौड़ी। 7 करोड़ की लागत से जल्द कराया जाएगा निर्माण।Body:सीतामढ़ी बस पडाव से गौशाला तक जाने वाली बाईपास सड़क बरसों से जर्जर हो चुकी है। और इस सड़क पर प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरती है। इस जर्जर सड़क पर गड्ढे होने के कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। साथ ही लोग दुर्घटना के भी शिकार हो जाते हैं। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए इस बाईपास बनाया गया था। जो रिंग बांध के ऊपर बना हुआ है। लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण यह बाईपास सड़क बरसों से गड्ढे में तब्दील है। जिस पर चलना बेहद मुश्किल होता है।
इस जर्जर बाईपास सड़क को पी सी सी बनाने के लिए तत्कालीन डीएम डॉ रंजीत कुमार सिंह के कार्यकाल में ढाई करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण उस प्रस्ताव पर रोक लगा दिया गया। अब सड़क की चौड़ाई 21 फीट की जाएगी। और इसका निर्माण करीब 7 करोड़ की लागत से किया जाएगा। इसके लिए नगर विकास मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया चल रही है। प्रस्ताव बन चुका है अब डीएम के स्तर से उसे फॉरवर्डिंग किया जाना है। और इसके बाद मंत्रालय से स्वीकृति प्राप्त होते ही निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
बाइट 1. सुनील कुमार पिंटू। सांसद सीतामढ़ी लोकसभा।
राहगीर की शिकायत :___________________
वंही इस जर्जर सड़क पर प्रतिदिन सफर करने वाले राहगीरों का बताना है कि विभाग और सरकार की उदासीनता के कारण यह बाईपास परेशानी का सबब बना हुआ है। करीब आधा किलो मीटर लंबी इस बाईपास को पार करने में आधे घंटे का समय लग जाता है। अगर जाम रहती है तो घंटे से भी ऊपर का वक्त लग जाता है। इसलिए इस जर्जर बाईपास की मरम्मत होना बेहद जरूरी है। जबकि शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए यह बाईपास बनाई गई थी। लेकिन शहर और बाईपास दोनों जगह पर जाम की स्थिति आए दिन बनी रहती है। तो फिर ऐसे बाईपास के होने और ना होने से क्या फायदा।
बाइट 2.उमा शंकर गुप्ता। शर्ट और गमछा में।
बाइट 3. जितेंद्र सिंह।
पी टू सी 4.
विजुअल 5,6,7,8,9Conclusion:पी टू सी:_____राहुल देव सोलंकी। सीतामढ़ी।
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