सीतामढ़ी: सरकारी आदेश के बावजूद दूसरे राज्यों से प्रवासी बिहारियों का आना लगातार जारी है. ऐसे में जिले में लॉक डाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों से लौटने वालों के लिए सरकारी भवन में ठहराने की व्यवस्था की गई है. जहां सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ मेडिकल की भी व्यवस्था उपलब्ध होगी.
जानकारी के मुताबिक बाहर से आए लोगों को मेडिकल जांच कराने के बाद उन्हें सरकारी भवन में 14 दिनों तक रखा जाएगा. इसके लिए जिले के सभी पंचायतों के एक-एक सरकारी भवन का चयन किया गया है. जहां कोरोनटाइन के तहत लोगों के रखने की व्यवस्था की गई है. इस सेंटर में उनके लिए खाना, बिछावन, शौचालय, विद्युत सहित मेडिकल जांच की व्यवस्था कराई गई है.
कई लोगों को कोरोनटाइन में रखा गया
मंगलवार को लखनऊ के विभूति खंड से 7 लोग जिले के भटौलिया पंचायत पहुंचे. जहां सभी की मेडिकल जांच कराने के बाद मध्य विद्यालय में रखा गया. यह सभी लोग साल 2011 से विभूति खंड में रह रहे थे. कोरोना वायरस को लेकर जब कंपनी बंद हो गई तो उनके सामने खाने-पीने की समस्या आ गई. ऐसे में वे वापस लौट आए.
लॉक डाउन के कारण बढ़ी परेशानी
वापस लौटने वालों में मोहम्मद अंसारी ने बताया कि वे लोग शालीमार कंपनी में काम कर रहे थे. जब लॉक डाउन के कारण परेशानी ज्यादा बढ़ने लगी तो यूपी सरकार द्वारा उन्हें कैसरबाग से गोरखपुर तक बस के जरिए भिजवाया गया. फिर वहां से वे गोपालगंज लाए गए. अब गोपालगंज से उन्हें सीतामढ़ी भेजा गया है. जहां स्थानीय प्रशासन ने सभी का मेडिकल जांच कराने के बाद 14 दिनों के लिए सरकारी विद्यालय में रखा है.
लोगों को होम कोरोनटाइन पर रहने का दिया गया निर्देश
वहीं, जिले के बेलसंड प्रखंड के अलग-अलग गांव के अब तक 250 से अधिक लोग दूसरे प्रदेशों से वापस लौटे हैं. जिसमें से करीब 200 लोगों का मेडिकल जांच के बाद उन्हें अपने घरों में कोरोनटाइन पर रहने का दिशा-निर्देश दिया गया है. इसकी जानकारी अंचलाधिकारी अरविंद प्रताप शाही और बीडीओ कुणाल कुमार ने दी.