शेखपुरा: जिले में 16 अगस्त को सदर अस्पताल से नवजात की चोरी का मामला सामने आया था. इस मामले में अब तक नवजात की बरामदगी नहीं हो सकी है. वहीं नाराज नवजात के परिजनों और ग्रामीणों ने चकन्दरा गांव स्थित NH-333 A को जामकर हंगामा मचाया. इसके कारण दोनों तरफ लगभग पांच किलोमीटर तक वाहनों की लम्बी कतार लग गई और जाम में फंसे यात्री पानी के लिए तरस गए.
अस्पताल से बच्चा चोरी
दरअसल 16 अगस्त को सदर अस्पताल से एक चकंदरा गांव निवासी छोटू कुमार की पत्नी मुस्कान देवी की नवजात की चोरी कर ली गई थी. इसके बाद हंगामा मचाने पर पुलिस मामले की छानबीन करने लगी. वहीं जांच के दौरान पाया गया कि जिस वक्त घटना घटित हुई थी, उस समय सीसीटीवी बंद पाया गया. इस दौरान पुलिस ने अन्य विभिन्न एंगलों से जांच किया. इस दौरान कई लोगों को हिरासत में भी लिया, लेकिन नतीजा शून्य निकला.
19 दिनों बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
पुलिस परिजनों को आश्वासन देते रहे, लेकिन 19 दिनों के बाद भी नवजात का पता नहीं चल सका. इस दौरान अस्पताल में परिसर में ही नवजात की बरामदगी के लिए उसकी मां और अन्य परिजन धरने पर बैठे रहें. लेकिन डॉक्टरों और कर्मियों की प्रताड़ना से तंग आकर वे लोग अपने घर लौट गए. इसे लेकर परिजनों ने डीएम को स्थिति से अवगत कराया, जिसके बाद डीएम ने सिविल सर्जन को स्प्ष्टीकरण किया. इसके बाद सिविल सर्जन ने अपने प्रभाव से चार ममता कार्यकर्त्ता को निलंबित कर दिया था.
5 किमी तक लगी वाहनों की लंबी कतार
बच्चे की बरामदगी को लेकर आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया,. इसके कारण NH-333 A स्थित चकन्दरा मोड़ के समीप दोनों ओर 5-5 किलोमीटर वाहनों की लंबी कतार लग गई. इसके कारण देवघर, भागलपुर, सिकंदरा, जमुई, पटना सहित अन्य स्थानों पर जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं तेज धूप होने के कारण यात्री पानी के लिए तरसते रहें.
पुलिस कर रही छापेमारी
पुलिस बच्चा चोरी मामले को लेकर तीन टीम गठित कर बरामदगी को लेकर लगातार जगह-जगह छापेमारी कर रही है. लेकिन अभी तक उन्हें किसी प्रकार की सफलता हाथ नहीं लगी है. पुलिस परिजनों को बार-बार आश्वासन दे रही है कि शिशु की बरामदगी कर ली जाएगी.
अस्पताल के उपाधीक्षक और ऑपरेटर पर कार्रवाई
इस दौरान जाम तुड़वाने पहुंचे एसडीपीओ सुरेंद्र प्रसाद सिंह, एसडीओ निशांत और विभिन्न थाने की पुलिस असफल रहे. इसके बाद अधिकारीयों ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. वीरेंद्र कुमार और सीसीटीवी के ऑपरेटर पर कार्रवाई का आश्वासन दिया और जल्द से जल्द नवजात की बरामदगी का भी भरोसा दिलाया. इसके बाद लोगों ने सड़क को जाम से मुक्त किया. वहीं लोगों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर बच्चें की बरामदगी नहीं हुई तो पुन: सड़क जाम किया जाएगा.