शेखपुरा: जिले के इस्लामियां स्कूल के मैदान में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने महागठबंधन समर्थित राजद उम्मीदवार विजय सम्राट के पक्ष में चुनावी सभा का आयोजन किया. इस दौरान लोगों की भीड़ उमड़ी रही. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में परिवर्तन की लहर है.
'बेरोजगारी भगाने के लिए जरूरी है लालटेन'
इस बार महागठबंधन की सरकार बनेगी, क्योंकि जनता बदलाव चाहती है. बेरोजगारी भगाने के लिए लालटेन का प्रकाश जरूरी है. इस दौरान तेजस्वी यादव ने बीजेपी के घोषणापत्र पर तंज कसते हुए कहा कि जब हमने बिहार के 10 लाख युवाओं को रोजगार देने की घोषणा की थी तो हमसे पूछा जा रहा था कि पैसा कहां से लाओगे. वहीं, सीएम नीतीश अपनी सभाओं में लगातार कह रहे हैं कि यहां समंदर नहीं है, जमीन नहीं है. इसलिए उद्योग नहीं लग सकते हैं. ऐसे में बीजेपी 19 लाख युवाओं के रोजगार की बात कह रही है तो आरजेडी जानना चाहती है कि अब सरकार पैसा कहां से लाएगी और लोगों को कौन सा रोजगार देगी.
'नीतीश कुमार की 10 को विदाई'
नेता प्रतिपक्ष और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार जी थक चुके हैं. अब उनसे बिहार नहीं संभल रहा है. 9 तारीख को हमारे पिताजी को बेल मिलेगा और 10 तारीख को मुख्यमंत्री की विदाई हो जाएगी. मुख्यमंत्री ने 15 वर्षों में बिहार को ठगने का काम किया है. किसी को रोजगार तो नहीं मिला, जो था वह भी छीना गया. पलायन बढ़ गया है और शिक्षा चौपट हो गई है, जिसने 15 सालों में लोगों को रोजगार नहीं दिया वह अब क्या करेगा. जिस समय लॉकडाउन था तो गरीबों को देखने वाला कोई नहीं था. पहले भी कोरोना था अभी भी कोरोना है. मुख्यमंत्री तब बाहर नहीं निकले लेकिन अब वोट मांगने बाहर निकल रहे हैं. मैं ठेठ बिहारी हूं और हमारा डीएनए भी शुद्ध है.
'पीएम ने क्यों नहीं दिया विशेष राज्य की दर्जा'
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला. उन्होंने जो बिहार की बोली लगाई थी तो स्पेशल पैकेज क्यों नहीं मिला. तेजस्वी ने कहा कि नवरात्रि चल रहा है. कलश स्थापना किया हूं. मैं जो कह रहा हूं करूंगा. पहली कैबिनेट मीटिंग में ही 10 लाख लोगों को नौकरी दूंगा. विकास मित्र, आंगनबाड़ी सेविका, आशा को नियमित कर मानदेय 4000 करने कि बात कही. शिक्षकों की समान काम समान वेतन की मांग को भी पुरा करने का वादा किया, जबकि किसानों के ऋण माफ करने तथा छात्रों को फार्म भरने का शुल्क और भाड़ा नहीं लगने कि बात कहते हुए महागठबंधन के प्रत्याशियों को मत देकर जिताने की बात कही.