शेखपुरा: ग्राहकों को सुविधा और बैंक में भीड़-भाड़ कम करने के लिए सभी खाताधारकों को बैंक एटीएम देने का दावा करती है. लगभग 80 से 90 प्रतिशत ग्राहकों को एटीएम कार्ड जारी भी कर दिया गया है. यही कारण है कि लोग बैंक नहीं जाकर सीधे एटीएम से राशि निकालने पहुंचते हैं, लेकिन शेखपुरा में इसकी स्थिति बहुत भयावह है.
ग्राहकों को होती है परेशानी
जिले में एक दर्जन से अधिक एटीएम हैं. लेकिन लगभग एटीएम बंद पाया जाता है. जिसकी वजह से ग्राहकों को परेशानी होती है. खासकर कोरोना के दिन में अगर कोई एटीएम खुला रहता है और राशि हो तो उसमें इतनी भीड़ रहती है कि राशि निकालना आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
क्या कहते हैं ग्राहक
बुधवार को भी जिले के सभी एटीएम बंद पाए गए. कुछ एटीम खुले भी थे, तो उसमें कैश नहीं था. जिसकी वजह से आम लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है. ग्राहक बताते हैं कि एटीएम की वजह से वह घर में कैश नहीं रखते हैं. आवश्यकता के अनुसार कैश निकालने जब एटीएम पहुंचते हैं तो, एटीएम से खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है. जिसकी वजह से आवश्यक कार्य नहीं कर पा रहे हैं और बेवजह दूसरों से उधार मांगना पड़ता है.
एटीएम में नहीं रहता कैश
ग्राहकों ने बताया कि शेखपुरा जिला मुख्यालय बने 26 साल बीत गए. लेकिन आज भी मुख्यालय ग्रामीण परिवेश में जी रहा है. यहां तो समय पर कोई एटीएम समय से खुलता ही नहीं है. वहीं, कुछ एटीएम खुलता है तो उसमें कैश नहीं रहता या फिर लिंक फेल होने की सूचना मिलती है.
अगर किसी एटीएम में कैश मिल गया तो, मानो भगवान के दर्शन हो गये. ग्राहकों ने बताया कि अगर यही हाल रहा तो उपभोक्ता कोर्ट में जाकर वह बैंक प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करेंगे.
कैश डालने का निर्देश
इस मामले में अग्रणी बैंक प्रबंधक सुभाष कुमार भगत ने बताया कि जिले के सभी एटीएम को खोल कर रखने और उसमें प्रतिदिन कैश डालने का निर्देश दिया गया है. कैश नहीं होने की जानकारी मिलने पर वह उसकी जांच कराएंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे.