शेखपुरा: बिहार में राज्य स्तरीय टीम के मूल्यांकन के बाद स्वच्छता में बेहतर प्रदर्शन करने पर राज्य में सदर अस्पताल शेखपुरा को प्रथम पुरस्कार मिला है. भारत सरकार के महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत यह पुरस्कार मिला है. इसका मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता को बढ़ावा देना है.
शेखपुरा को प्रथम स्थान मिला: मिली जानकारी के अनुसार, परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा की गई यह एक राष्ट्रीय पहल है, जिसमें बिहार के सभी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल एवं रेफरल अस्पताल का मूल्यांकन किया गया है. इसमें शेखपुरा को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कायाकल्प कार्यक्रम के तहत यह फैसला लिया गया है.
सिविल सर्जन ने सभी को दी बधाई: सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार सिंह ने इस उपलब्धि के लिए सदर अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने इसका पूरा श्रेय सदर अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी, कर्मियों एवं प्रबंधकिय कैडर के लोगों को दिया है. सिविल सर्जन ने कहा कि जिलेवासियों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अस्पताल की स्वच्छता के प्रति जो योगदान दिया गया यह उसी का परिणाम है.
"भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्ता के लिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा इसकी शुरुआत की गई, जिसमें बिहार के अलग-अलग जिलों के सदर अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडल अस्पताल एवं रेफरल अस्पताल के द्वारा किए जा रहे कार्यों का मूल्यांकन किया गया. इसमें सदर अस्पताल शेखपुरा को प्रथम स्थान मिला." - डॉक्टर अशोक कुमार सिंह, सिविल सर्जन, शेखपुरा
कई माह पहले से शुरू की गई थी तैयारी: इस संबंध में जानकारी देते हुए सदर अस्पताल के प्रबंधक धीरज कुमार में बताया कि सदर अस्पताल के कायाकल्प को बदलने के लिए कई माह पहले तैयारी शुरू की गई थी, जिसके तहत सबसे पहले जर्जर भवन को दुरुस्त किया गया. उसके बाद डिजिटल बोर्ड लगाया गया, ताकि लोगों को अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी हो सके.
कई फेरों में चलता सफाई का कार्य: उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया और दिन में कई फेरों में सफाई का कार्य शुरू किया गया. साथ ही लेबर रूम और SNCU को हाईटेक किया गया, बोटैनिकल गार्डन भी बनाया गया. इसके अलावा सदर अस्पताल के अन्य वार्डों का कायाकल्प किया गया, जिसका परिणाम है कि सदर अस्पताल को पूरे बिहार में प्रथम पुरस्कार मिला. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वे सरकार के महत्वाकांक्षी योजना लक्ष्य और inquaas के लिए भी तैयारी कर रहे हैं.
"प्रथम आने पर सदर अस्पताल को 50 लख रुपए का इनाम दिया जाएगा. इनसे सदर अस्पताल के डेवलपमेंट में और गति प्राप्त होगी. उन्होंने बताया कि इस पैसों का 25% सभी कर्मियों और चिकित्सक को इनसेनटिव के रूप में दिया जाएगा. इसके अलावा 75% हिस्सा सदर अस्पताल के कायाकल्प में लगाया जाएगा." - धीरज कुमार, प्रबंधक, सदर अस्पताल
इससे पहले पाया था दूसरा स्थान: उन्होंने बताया कि इससे पहले अस्पताल को पूरे बिहार में द्वितीय स्थान पर आ चुका है. जहां से 20 लाख की राशि डेवलपमेंट के लिए दी गई थी. उन्होंने बताया कि टीम ने सदस्य अस्पताल के इमरजेंसी, जनरल ओपीडी, महिला ओपीडी, कैंसर क्लिनिक, एमरजैंसी रूम, बोटैनिकल गार्डन, साफ सफाई, शौचालय की व्यवस्था, हाईटेक लेबर रूम, ब्लड सेंटर,SNCU, ऑक्सीजन गैस प्लांट और अन्य चीजों की बारीकी से जांच की थी. जहां व्यवस्थाओं को देख वे सभी काफी प्रसन्न हुए.
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