शेखपुरा: जिले में औचक निरीक्षण के दौरान डीएम ने विभिन्न सड़कों पर ओवर लोडेड वाहनों के परिचालन को देखते हुए 9 जांच दल का गठन किया है. जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी निशांत, अपर अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार, नजारत वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी खिलाफत अंसारी, बरबीघा के नगर कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक, चेवाड़ा के बीडीओ सुनील कुमार सिंह, शेखोपुरसराय के बीडीओ अमरेंद्र कुमार अमर, शेखपुरा सीओ ओम प्रकाश और चेवाड़ा सीओ भाग्य नारायण राय को प्रतिनियुक्त की गई है.
जांच टीम के साथ-साथ पुलिस उपाधीक्षक, संबंधित थाना अध्यक्ष और पुलिस बल भी साथ रहेंगे. इस टीम का नेतृत्व अपर समाहर्ता सत्य प्रकाश शर्मा के द्वारा किया जायेगा. अपने आदेश में डीएम ने कहा कि ओवर लोडेड वाहनों के अक्सर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. इसके साथ ही कई बार विधि व्यवस्था में भी काफी समस्या उत्पन्न होती है. जिसको लेकर सरकार के द्वारा भी स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी स्थिति में ओवर लोडेड वाहनों का परिचालन नहीं हो. इसके लिए जिला स्तर पर सघन जांच अभियान चलाकर इस पर कारगर नियंत्रण लाना आवश्यक है. जिसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा ओवर लोड वाहनों पर नियंत्रण लगाने के लिए जांच दल का गठन किया गया है.
प्रतिदिन होगी औचक जांच
अपर समाहर्ता के द्वारा प्रत्येक दिन जांच दल के सदस्यों को स्थान चिन्हित कर बताएंगे. जिसके आलोक में जांच दल द्वारा ओवर लोडेड वाहनों की जांच करते हुए कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन उसी दिन अपर समाहर्ता के माध्यम से जिला गोपनीय शाखा को उपलब्ध कराएंगे. वहीं, अधिकारी को प्रत्येक दिन स्थान बदल-बदलकर औचक जांच करने का निर्देश दिया गया है. इसमें पत्थर खनन स्थल से मुख्य सड़क पर निकलने वाले मार्ग, जिले के सभी बॉर्डर एरिया और बाईपास सहित कई जगहों पर सघन जांच करने का निर्देश दिया गया है. जांच दल के सदस्य प्रतिदिन अपर समाहर्ता से संपर्क कर निरीक्षण के लिए निकलेंगे.
ओवरलोडेड वाहनों पर होगी कार्रवाई
अपर समाहर्ता को जिला परिवहन अधिकारी एवं खनिज विकास अधिकारी के साथ जांच दल से समन्वय स्थापित कर नियम संगत तरीके से समन की राशि वसूली करने का निर्देश दिया गया है. साथ अतिरिक्त बल की आवश्यकता पड़ने पर पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर उनसे बल मांग कर सकते हैं. खनिज विकास अधिकारी सभी लीज धारियों को स्पष्ट निर्देश देंगे कि उनके क्षेत्र से ओवर लोडेड वाहनों की निकासी ना हो. जिला परिवहन अधिकारी ओवरलोड के खिलाफ अभियान चलाएंगे और उसकी सूचना अपर समाहर्ता को निश्चित रूप से देंगे. इसके साथ ही सभी थाना अध्यक्ष यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके थाना क्षेत्र से ओवरलोडेड वाहनों का परिचालन ना हो. वह अपने स्तर से भी आवश्यक कार्रवाई करेंगे. सभी थाना अध्यक्ष जब्त वाहनों को अपनी निगरानी में रखते हुए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.