शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में एक युवक ने कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के 4 दिनों तक शव पंखे से लटक रहा. मृतक का पुत्र घर आया तो अपने पिता को फंदे से लटका पाया. इसके बाद उसने इसकी सूचना परिजनों को दी. घटना के बाद मौके पर पहुंची बरबीघा थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल भेज दिया.
पत्नी और बच्चों को घर से निकाल दिया थाः मृतक की पहचान नालंदा जिले की गिरियक थाना क्षेत्र अंतर्गत ठाकुर बीघा के रहने वाले सुरेंद्र चौधरी के रूप में की गई है. सुरेंद्र चौधरी 10 वर्षों से शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र अंतर्गत मिर्जापुर गांव स्थित ससुराल में घर बनाकर रह रहा था. मृत सुरेंद्र चौधरी के पुत्र सिंटू कुमार ने बताया कि 4 दिन पहले कुछ विवाद हुआ था. जिसके बाद उसके पिता ने उसकी माता और उसके अन्य भाइयों को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया था.
फंदे से लटके थे पिताः इसके बाद उसकी मां और उसके अन्य भाई गांव में ही ननिहाल जाकर रहने लगे. इसी बीच चार दिनों तक पिता के घर के पास कोई हलचल नहीं होता देखा. जिनके बाद वो घर गया तो दरवाजा खोलने पर घर में पिता को फांसी के फंदे पर लटका पाया. इसके बाद में वो जोर-जोर से रोने लगा. इसकी सूचना परिजनों को दी. ग्रामीणों की भीड़ लग गई. शव से बदबू आ रही थी.
ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोपः मृतक की भाभी रीता देवी ने ससुराल पक्ष के लोगों पर अपने देवर की हत्या कर उसे फांसी पर लटका दिए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उनका देवर कई वर्षों से ससुराल में ही रह रहा था. माता-पिता के निधन के बाद उन्होंने ही उसे पाल पोसकर बड़ा किया था. शादी के बाद में वहीं रहकर सवारी वाहन चलाता था. किसी बात को लेकर ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी.
"आत्महत्या किये जाने की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है. आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."- सुनील दत्त, थानाध्यक्ष
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