शेखपुरा: जिले में गैंगवार को लेकर बदमाशों ने एक युवक को गोलियों से छलनी कर दिया है. जिसमें युवक की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना शेखोपुरसराय थाना अंतर्गत कबीरपुर गांव के पास की बतायी जा रही है. इस बाबत स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के दौरान मृतक अपने एक सहयोगी के साथ गांव के दक्षिण क्षेत्र में टहल रहा था. इसी क्रम में हथियार से लैस बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी. जिसमें हेमना को 9 गोली लगी है.
कई राउंड चलायी गोली
वहीं, मृतक का एक सहयोगी मौके से भाग निकला, हालांकि बदमाशों ने उसका पीछा भी किया और कई राउंड गोलियां भी चलायी. जिसके बाद उक्त सभी बदमाश घटना को अंजाम देकर फरार हो गए. वहीं, गोलीबारी की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने-अपने घरों में छिप गए और इसकी सुचना शेखोपुरसराय थाना को दी. जिसके बाद मौके पर दल बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष ने युवक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया. बता दें कि इसके पहले जितेंद्र यादव की हत्या में इस युवक का नाम आया था. शेखोपुरसराय में हो रहे गैंगवार में अब तक कई लोगों की हत्या हो चुकी है.
2003 से शुरू हुआ गैंगवार का सिलसिला
इस सम्बन्ध में बताया जाता है कि गणित यादव के दादा की हत्या के बाद शुरू हुआ यह गैंगवार का सिलसिला अब तक जारी है. साल 2003 में गणित यादव के दादा विनोद यादव की हत्या जमीन विवाद को लेकर कर दी गी थी. जिसमें जीतेन्द्र यादव को अभियुक्त बनाया गया था. हालांकि, उस दौरान सामाजिक पहल पर मामले को सुलझा लिया गया था. लेकिन गणित यादव अपने दादा की हत्या का बदला लेने का प्लान बनाता रहा. जिसके बाद गणित यादव ने अपने अन्य दो सहयोगियों के साथ मिलकर जुलाई 2018 में प्लान बनाकर जितेंद्र यादव को पन्हेसा गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी.
गोली मारकर हत्या
पन्हेसा गांव के पास गणित यादव अपने दादा के मौत का बदला लेने के लिए जितेंद्र यादव को अपने सहयोगी के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी. इसी दौरान हत्या कर भागने के क्रम में गणित यादव की बाइक अनियंत्रित होकर 15 फीट खड्डे में जा गिरी. जिसमें गणित यादव बुरी तरह घायल हो गया. गणित के दोनों सहयोगी विकास यादव और भरत यादव को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस की ओर से पूछताछ के क्रम में गणित यादव ने बताया कि जितेंद्र यादव ने उसके दादा की हत्या 15 साल पहले गोली मारकर कर दी थी. जिसका बदला लेने के लिए 4 जुलाई 2018 को उसने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर जितेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी.