शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना (Barbigha police station) क्षेत्र में मिशन ओपी अंतर्गत फैजुल्लापुर (Faizullapur) में रविवार की आधी रात को अज्ञात अपराधियों ने एक स्कूल संचालिका के 17 वर्षीय बेटे की निर्मम हत्या (Murder) कर दी. मृतक का नाम हर्ष कुमार बताया जाता है. किशोर को बचाने पहुंची मां राधिका देवी एवं पिता विनय सिंह को भी अपराधियों ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
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हालांकि इस दौरान उसकी बहन खुशबू कुमारी बेहोशी का नाटक कर अपराधियों के हमले से बच गयी. किशोर के घायल माता-पिता को इलाज के लिए बरबीघा रेफरल अस्पताल में लाया गया. जहां उनकी स्थिति नाज़ुक देखकर चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर कर दिया.
इस घटना से आक्रोशित लोगों ने शेखपुरा-बरबीघा और बिहारशरीफ मुख्य पथ को जाम कर दिया. इससे एनएच 333ए पर लगभग 10 घंटे आवागमन बाधित रहा. वाहनों की लंबी कतार लग गयी. लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ सत्येंद्र प्रसाद सिंह, बरबीघा थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्रा, बीडीओ भरत कुमार सिंह एवं सीओ नागेश्वर यादव के साथ काफी संख्या में पुलिस बल के जवान भी घटनास्थल पहुंचे. लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया गया. सड़क जाम कर रहे लोगों और पुलिस पदाधिकारियों की बीच झड़प भी हुई. इसके बाद खुद पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे और जाम कर रहे लोगों से बातचीत की. घटना की जांच कराने एवं अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए जाम हटवाया.
मृतक की बहन खुशबू कुमारी ने बताया कि रविवार की देर रात लगभग दो बजे अपराधी घर में घुसे. पहले तो वे उसके पिता विनय सिंह एवं और मां राधिका देवी को कब्जे में लेते हुए घर में लूटपाट मचाया. उसके 17 वर्षीय हर्ष कुमार को हथौड़े से पीटना शुरू कर दिया.
इस दौरान वह बेहोशी का नाटक करते हुए गिर पड़ी. अपराधियों ने उसे बेहोश समझकर छोड़ दिया लेकिन उसकी आंखों के सामने ही उसके इकलौते भाई को हथौड़े से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. उसके माता-पिता की भी पिटाई कर मरणासन्न स्थिति में छोड़ फरार हो गए.
बता दें कि मृतक के पिता 45 वर्षीय विनय कुमार सिंह नालंदा जिले के सारे थाना क्षेत्र अंतर्गत बेदौली गांव के रहने वाले हैं. करीब 22 वर्ष पूर्व डेकोरेशन के कारोबार से जुड़े और बरबीघा में ही रहने लगे. मौजूदा समय में फैजुल्लापुर मोहल्ले में अपना मकान बनाकर परिजनों के साथ रहते हैं.
इनकी पत्नी राधिका कुमारी बरबीघा बाजार में प्ले स्कूल भी चलाती हैं. जबकि विनय कुमार सिंह का वाहनों को किराये पर देने का काम करते हैं. इस घटना की चौतरफा निंदा की जा रही है. वहीं, राजनीतिक दलों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.
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गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में जिले भर में आधा दर्जन से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं लेकिन पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच पा रही है. हत्याकांड को अंजाम देने वाले बेखौफ अपराधियों पर नकेल कसने में जिला पुलिस पूरी तरह से विफल साबित हो रही है.