शिवहर: जिला मुख्यालय स्थित शिक्षा विभाग के समीप किसान मैदान में अतिथि शिक्षक के द्वारा कन्हैया कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में वेतन न मिलने के मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया.। इस दौरान सभी ने एक स्वर में कहा कि जिले के विभिन्न उच्च और उच्चतम माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं.
शिवहर में अतिथि शिक्षकों में रोष: शिक्षक ने कहा कि नियुक्ति के बाद से अब तक वेतन नहीं मिलने से जीविकोपार्जन मुश्किल होगा गया है. शिक्षक कर्ज लेकर जीवनयापन करने को मजबूर हैं. विद्यालय अवधि में विद्यालय में रहकर विद्यार्थियों का भविष्य संवारने के काम में लगे अतिथि शिक्षक के कारण ही विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है. वेतन न मिलने से अपना परिवार चलाना मुश्किल हो गया है.
नौकरी स्थाई करने की मांग: सभी ने एक स्वर में नौकरी स्थाई करने की मांग की. वेतन के संबंध में कोई भी ठोस आश्वासन देने को तैयार नहीं है. कंपनी के कार्यप्रणाली से शिक्षक काफी परेशान हैं. अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अगर उनके वेतन के संबंध में शीघ्र ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो शिक्षक आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
31 जनवरी तक है करार: बैठक के बाद अतिथि शिक्षकों का एक शिष्टमंडल जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिला और इस संबंध में पहल करने का अनुरोध किया. गौरतलब है कि सितंबर माह में कोशी प्रगति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा इन शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. शिक्षकों का करार 31 जनवरी तक ही है. लेकिन अब तक वेतन नहीं मिल सका है.
नहीं मिला वेतन: जबकि नियुक्त शिक्षक बिहार के विभिन्न जिलों के निवासी हैं और किराये पर शिवहर में रहकर स्कूल में पढ़ाते हैं. 31 जनवरी के बाद क्या होगा बिना वेतन के कार्यमुक्त होने का खतरा बढ़ गया है. मौके पर दिलीप पंडित,राहुल कुमार,प्रशांत कुमार,कुलदीप कुमार,बाबूसाहेब कुमार,परिमल कुमार,अतुल प्रभंजन,कन्हैया सिंह,आनंद प्रकाश,अमलेश कुमार,बिक्रम कुमार,मुकुंद प्रकाश मिश्र आदि उपस्थित थे.
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