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शिवहर मंडल कारा में महिला-पुरुष कैदियों ने की छठ पूजा, पूरा जेल परिसर हुआ भक्तिमय - ईटीवी भारत न्यूज

Chhath Puja 2023 : पूरे बिहार में हर जगह लोक आस्था का महापर्व छठ धूमधाम से मनाया जा रहा है. इससे जेल भी अछूता नहीं है. जी हां, बिहार के शिवहर मंडल कारा में कैदियों ने भी तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया. यहां डेढ़ दर्जन पुरुष और महिला कैदियों ने छठ का व्रत किया है. पढ़ें पूरी खबर..

शिवहर जेल में छठ पूजा
शिवहर जेल में छठ पूजा
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 19, 2023, 8:08 PM IST

शिवहर : बिहार के शिवहर में मंडल कारा में 9 महिला और 10 पुरुष कैदियों ने नेम निष्ठा के साथ छठ पूजा के तीसरे दिन पहला अर्घ्य दिया. पूरे विधि विधान के साथ कैदियों ने व्रत करते हुए अस्ताचलगामी सूर्य का सांध्य अर्घ्य दिया है. इस कारण पूरे जेल परिसर का महौल भक्तिमय हो गया. महिला कैदियों ने छठ पूजा के दौरान खुद से छठ गीत गाकर पूरे जेल परिसर को गुंजायमान कर दिया.

जेल प्रशासन ने कैदियों को उपलब्ध कराई पूजा सामग्री : वहीं जेल प्रशासन की ओर से सभी व्रतियों को पूजन सामग्री सहित साड़ी- कपड़ा आदि उपलब्ध कराया गया है. जेल अधीक्षक डॉ दीपक कुमार ने बताया है कि "बंदी महिला और पुरुष अपने घर लोक आस्था का महापर्व कार्तिक छठ करते थे. जेल में बंद रहने के कारण उनका यह धार्मिक अनुष्ठान छूट जाता. ऐसी स्थिति में जेल प्रशासन ने व्रतियों को मौका दिया". इससे खुश होकर कैदी पूरे हर्षोल्लास के साथ मंडल कारा में पर्व मनाया गया. पूरे जेल परिसर में छठ का महौल देखते बन रहा है.

जेल परिसर में अर्घ्य देते कैदी
जेल परिसर में अर्घ्य देते कैदी

जेल प्रशासन ने उपलब्ध कराया घर जैसा माहौल : लोक आस्था के महापर्व को लेकर महिला कैदी एवं पुरुष कैदी के लिए जेल परिसर में अलग-अलग पोखर बनाया गया था. इसमें पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ कैदियों ने सूर्य भगवान को संध्या का अर्घ्य दिया. कैदियों ने कहा कि पर्व के लिए जेल प्रशासन द्वारा घर जैसा महौल उपलब्ध कराया गया है. इस कारण हम लोग निष्ठा पूर्वक व्रत कर पा रहे हैं. सुबह को सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर हम लोग अपना व्रत और पर्व पूरा करेंगे.

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जेल प्रशासन ने कैदियों को उपलब्ध कराई पूजा सामग्री : वहीं जेल प्रशासन की ओर से सभी व्रतियों को पूजन सामग्री सहित साड़ी- कपड़ा आदि उपलब्ध कराया गया है. जेल अधीक्षक डॉ दीपक कुमार ने बताया है कि "बंदी महिला और पुरुष अपने घर लोक आस्था का महापर्व कार्तिक छठ करते थे. जेल में बंद रहने के कारण उनका यह धार्मिक अनुष्ठान छूट जाता. ऐसी स्थिति में जेल प्रशासन ने व्रतियों को मौका दिया". इससे खुश होकर कैदी पूरे हर्षोल्लास के साथ मंडल कारा में पर्व मनाया गया. पूरे जेल परिसर में छठ का महौल देखते बन रहा है.

जेल परिसर में अर्घ्य देते कैदी
जेल परिसर में अर्घ्य देते कैदी

जेल प्रशासन ने उपलब्ध कराया घर जैसा माहौल : लोक आस्था के महापर्व को लेकर महिला कैदी एवं पुरुष कैदी के लिए जेल परिसर में अलग-अलग पोखर बनाया गया था. इसमें पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ कैदियों ने सूर्य भगवान को संध्या का अर्घ्य दिया. कैदियों ने कहा कि पर्व के लिए जेल प्रशासन द्वारा घर जैसा महौल उपलब्ध कराया गया है. इस कारण हम लोग निष्ठा पूर्वक व्रत कर पा रहे हैं. सुबह को सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर हम लोग अपना व्रत और पर्व पूरा करेंगे.

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