शिवहर: कलेक्ट्रेट के मैदान में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पर आकाश में गुब्बारे छोड़कर जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई. इस दौरान जिलाधिकारी पंकज कुमार, उप विकास आयुक्त अतुल कुमार वर्मा ,अनुमंडल पदाधिकारी आफाक अहमद, आईसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सीमा रहमान मौजूद रहे.
शिवहर में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पर कार्यक्रम: महिला विकास निगम एवं आईसीडीएस सहयोगी द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पर नई चेतना अभियान ,पहल बदलाव की ओर, न्याय के लिए लड़ती महिला पीड़ित नहीं, कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी ने जागरूकता अभियान चलाते हुए सेल्फी भी ली है. डीएम ने बताया है कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा दुनिया के सबसे व्यापक मानवाधिकार उल्लंघन में से एक है.
"दंड से मुक्ति को लेकर चुप्पी और शर्मिंदगी के कारण महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा दर्ज नहीं की जाती है. अंतरराष्ट्रीय लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिनों की सक्रियता की अवधि है जो हिंसा के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए 1981 से हर साल 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक मनाया जाता है."- पंकज कुमार, डीएम
'हिंसा महिलाओं के विकास में बड़ी बाधा': अधिकारी ने बताया कि इस दिन राष्ट्रीय और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सरकार ,नागरिक ,समाज ,संगठन संयुक्त राष्ट्र और अन्य भागीदार लिंग आधारित हिंसा सक्रियता के 16 दिन का सम्मान करते हुए बैठक और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक साथ आते हैं. डीएम ने आगे कि महिला के खिलाफ हिंसा ,समानता ,विकास और शांति प्राप्त करने के साथ-साथ महिलाओं व लड़कियों के मानवाधिकारों को बनाए रखने में एक बड़ी बाधा बनी हुई है.
इसलिए महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस इस बात पर जोर देने के लिए मनाया जाता है. कार्यक्रम में सवेरा स्वयंसेवी संस्थान के सचिव मोहन ठाकुर, महिला हेल्पलाइन के जिला समन्वयक रानी कुमारी, महिला विकास निगम के नोडल पदाधिकारी सीमा रहमान ,जिला समन्वयक प्रशांत नागमणि सहित अन्य मौजूद थे.
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