शिवहर: सुप्रीम कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ता प्रशांत भूषण को सजा दिये जाने पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष शिशिर कुमार ने गम्भीर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि जुर्माना या जेल दोनों सजा ही है. एक रुपया जुर्माना भी जुर्माना है.
सहमत नहीं हैं लोग
शिशिर कुमार ने कहा कि प्रशांत भूषण को अवमानना के ऐसे मामले में सजा दी गई है, जिसको अवमानना मानने पर देश के अधिवक्तागण और आमलोग सहमत नहीं है. ऐसे कठिन समय में जब न्यायपालिका खुद ही सदी के सबसे बड़े संकट से गुजड़ रही है, उसे अभिव्यक्ति की स्वंत्रता के ऐसे स्प्ष्ट मामले में अपनी शक्ति के प्रयोग से बचना चाहिए.
दुखी हैं अधिवक्तागण
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष ने कहा कि प्रशांत भूषण को सजा दिये जाने से अधिवक्तागण दुःखी हैं. देश के सभी अधिवक्ताओं को उनके प्रति सहानुभूति है. हम उनके साथ हैं.