छपरा: इस साल भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी के दिनों में इस साल जल संकट गहराता ही जा रहा है. लेकिन सरकार की तरफ से सार्थक प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. चापाकल और तालाब सूख गए हैं. सूखे हुए तालाब में बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं. ऐसे में लोग पानी की भारी किल्लत जूझ रहे हैं.
क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता?
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता किशुनदेव दिसवा ने इस संबंध में ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 20 पंचायतों से पानी की किल्लत की सूचना मिली थी. विभाग ने कुछ चापाकल की मरम्मत करवाई है. जबकि कुछ चापाकल को बदलकर कर पानी की समस्या से निजात दिलाई गई है.
टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति
पानी की शिकायत मिलने के बाद टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है. पानी की किल्लत को दूर करने के लिए सूखे तालाबों का जीर्णोद्धार कराना जरूरीहै . इससे पानी को इकठ्ठा करना आसान होगा. गौरतलब है कि सारण जिले में जल स्तर 22 फीट 6 इंच हो गया है. जिसके कारण पानी की भारी किल्लत हो गई है.
2 जून तक गर्मी से राहत नहीं
मई महीने में 6, 7, 11, 12 और 22 मई को सबसे ज्यादा गर्मी रिकॉर्ड की गई हैं. तापमान लगभग 42 से 44 डिग्री के आसपास मापी गई है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो 2 जून तक गर्मी से किसी प्रकार की राहत नहीं मिलने वाली है.