ETV Bharat / state

सारण: JPU में कुलपति विदाई समारोह के बाद छात्रों ने विवि परिसर को गंगा जल से धोया

प्रो. हरिकेश सिंह अपनी बेदाग छवि और कड़क व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे. उनके इस व्यक्तित्व के कारण कई छात्र संघ के संगठन उनका खुलकर विरोध करते थे.

JPU में कुलपति विदाई समारोह
JPU में कुलपति विदाई समारोह
author img

By

Published : Jan 24, 2020, 9:46 PM IST

सारण: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिनेट हॉल में विवि के कुलपति प्रो. हरिकेश का विदाई समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह कार्यक्रम की शुरूआत कुलपति ने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर की. इस अवसर पर विवि कर्मियों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया.

वहीं, इस दौरान कुछ छात्र संगठनों ने समारोह कार्यक्रम का विरोध किया और विदाई कार्यक्रम के बाद विवि में पवित्रता अभियान चलाया. मौके प्रदर्शनकारी छात्रों ने विवि परिसर को गंगा जल से धोया.

'आतंक से आजाद हुआ विवि'
इस विरोध कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे शोध विधार्थी संगठन के सदस्य मनीष पांडेय ने कहा कि विवि आज कुलपति के तानाशाह रवैयै से आजाद हो रहा है. वही, उन्होंने आने वाले नए कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा कि विवि में हिटलर शाही नहीं चलेगी. सबको साथ लेकर चलने वाले कुलपति का स्वागत छात्र संगठन दिल से करेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'विवि के लिए किया हर संभव कार्य'
वहीं, अपने विदाई समारोह में प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि एक कुलपति के रूप में विवि के उत्थान के लिए मैंने हरसंभव कार्य किया. यहां से ढ़ेर सारी खट्टी-मीठी यादों को संजोकर विदा हो रहा हूं. उन्होंने कहा कि विवि को जब भी मेरी जरूरत होगी मैं मौजूद रहूंगा. कुलपति के रूप में मैंने यहां पर सत्र को नियमित करने का प्रयास किया.

कड़क व्यक्तित्व के कारण विवि में था दो ध्रुव
गौरतलब है कि प्रो. हरिकेश सिंह अपनी बेदाग छवि और कड़क व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे. उनके इस व्यक्तित्व के कारण कई छात्र संघ के संगठन उनका खुलकर विरोध करते थे. वहीं, विवि में अपनी अनुशासन कार्यशैली की वजह से विवि कर्मी भी दो ध्रुवों में बंटे हुए थे. जहां एक गुट प्रो. हरिकेश सिंह का समर्थक था, वहीं दूसरा गुट प्रो. प्रो. हरिकेश सिंह का विरोधी था.

सारण: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिनेट हॉल में विवि के कुलपति प्रो. हरिकेश का विदाई समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह कार्यक्रम की शुरूआत कुलपति ने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर की. इस अवसर पर विवि कर्मियों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया.

वहीं, इस दौरान कुछ छात्र संगठनों ने समारोह कार्यक्रम का विरोध किया और विदाई कार्यक्रम के बाद विवि में पवित्रता अभियान चलाया. मौके प्रदर्शनकारी छात्रों ने विवि परिसर को गंगा जल से धोया.

'आतंक से आजाद हुआ विवि'
इस विरोध कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे शोध विधार्थी संगठन के सदस्य मनीष पांडेय ने कहा कि विवि आज कुलपति के तानाशाह रवैयै से आजाद हो रहा है. वही, उन्होंने आने वाले नए कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा कि विवि में हिटलर शाही नहीं चलेगी. सबको साथ लेकर चलने वाले कुलपति का स्वागत छात्र संगठन दिल से करेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'विवि के लिए किया हर संभव कार्य'
वहीं, अपने विदाई समारोह में प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि एक कुलपति के रूप में विवि के उत्थान के लिए मैंने हरसंभव कार्य किया. यहां से ढ़ेर सारी खट्टी-मीठी यादों को संजोकर विदा हो रहा हूं. उन्होंने कहा कि विवि को जब भी मेरी जरूरत होगी मैं मौजूद रहूंगा. कुलपति के रूप में मैंने यहां पर सत्र को नियमित करने का प्रयास किया.

कड़क व्यक्तित्व के कारण विवि में था दो ध्रुव
गौरतलब है कि प्रो. हरिकेश सिंह अपनी बेदाग छवि और कड़क व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे. उनके इस व्यक्तित्व के कारण कई छात्र संघ के संगठन उनका खुलकर विरोध करते थे. वहीं, विवि में अपनी अनुशासन कार्यशैली की वजह से विवि कर्मी भी दो ध्रुवों में बंटे हुए थे. जहां एक गुट प्रो. हरिकेश सिंह का समर्थक था, वहीं दूसरा गुट प्रो. प्रो. हरिकेश सिंह का विरोधी था.

Intro:कुलपति का विरोध।छ्परा से पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट । जय प्रकाश विश्व विद्यालय छ्परा के कुलपति हरी केश सिंह के अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल के दौरान जय प्रकाश विश्व विद्यालय के अनियमित सत्र को ठीक करने मे ही बीता ।लेकिन अपनी ईमानदार छवि और बेबाक अंदाज और छ्परा शहर मे होने वाले कार्यक्रम मे स्वराजनिक मंच पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने वाले कुलपति ने आज सेवा निवर्त हो गये।इस दौरान कुल पति हरी केश सिंह ने सत्र को नियमित करने की दिशा मे काफी प्रयास किया।और जय प्रकाश विश्व विद्यालय छ्परा का सत्र अब लगभग नियमित होने के कगार पर है।


Body:वही कुलपति के रुप मे उनके कड़क व्यक्तित्व ने छ्परा के शिक्षा जगत मे एक अपनी अलग पहचान बनाई ।इस कारण कई छात्र संघ के संगठन उनसे पूरी तरह से दुरी बना कर रखते थे।और उनके काम करने के तरीके का भी काफी खुल कर विरोध करते थे।वही जयप्रकाशविश्व विधालय मे कुलपति हरी केश सिंह के कार्य करने के तरीके से शिक्षक और कर्मचारी गण के दो केंद्र होते थे।एक वे ग्रुप जो कुलपति के क्रिया कलाप के प्रशंसक थे।और दुसरा ग्रुप विरोधी था।लेकिन कुलपति हरी केश सिंह ने किसी की परवाह नही की।और अपना कार्य निरंतर करते रहे।


Conclusion:वही आज कुलपति के विदाई समारोह मे जहा एक तरफ कुलपति के विदाई का भावांजलि कार्यक्रम चल रहा था।वही कुछ छात्र संगठनों के लोग कुलपति का विरोध भी कर रहे थे।उन्होने गंगा जल से विश्व विद्यालय परिसर को धोया।और कहा की इस तरह के आतक फैलाने वाले कुलपति से आज जय प्रकाश विश्व विद्यालय छ्परा आजाद हो रहा है।वही आने वाले कुलपति को चेतावनी जारी करते हुये छात्र संघ के लोगों ने कहा की यहा जो भी कुलपति आये वे इन जैसा हिटलर शाही नही करे।बल्कि सबको साथ लेकर चलने की बात कही । बाईट मनीष पांडेय शोध विधार्थी संगठन जय प्रकाश विश्व विद्यालय छ्परा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.