सारण: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिनेट हॉल में विवि के कुलपति प्रो. हरिकेश का विदाई समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह कार्यक्रम की शुरूआत कुलपति ने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर की. इस अवसर पर विवि कर्मियों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया.
वहीं, इस दौरान कुछ छात्र संगठनों ने समारोह कार्यक्रम का विरोध किया और विदाई कार्यक्रम के बाद विवि में पवित्रता अभियान चलाया. मौके प्रदर्शनकारी छात्रों ने विवि परिसर को गंगा जल से धोया.
'आतंक से आजाद हुआ विवि'
इस विरोध कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे शोध विधार्थी संगठन के सदस्य मनीष पांडेय ने कहा कि विवि आज कुलपति के तानाशाह रवैयै से आजाद हो रहा है. वही, उन्होंने आने वाले नए कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा कि विवि में हिटलर शाही नहीं चलेगी. सबको साथ लेकर चलने वाले कुलपति का स्वागत छात्र संगठन दिल से करेंगे.
'विवि के लिए किया हर संभव कार्य'
वहीं, अपने विदाई समारोह में प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि एक कुलपति के रूप में विवि के उत्थान के लिए मैंने हरसंभव कार्य किया. यहां से ढ़ेर सारी खट्टी-मीठी यादों को संजोकर विदा हो रहा हूं. उन्होंने कहा कि विवि को जब भी मेरी जरूरत होगी मैं मौजूद रहूंगा. कुलपति के रूप में मैंने यहां पर सत्र को नियमित करने का प्रयास किया.
कड़क व्यक्तित्व के कारण विवि में था दो ध्रुव
गौरतलब है कि प्रो. हरिकेश सिंह अपनी बेदाग छवि और कड़क व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे. उनके इस व्यक्तित्व के कारण कई छात्र संघ के संगठन उनका खुलकर विरोध करते थे. वहीं, विवि में अपनी अनुशासन कार्यशैली की वजह से विवि कर्मी भी दो ध्रुवों में बंटे हुए थे. जहां एक गुट प्रो. हरिकेश सिंह का समर्थक था, वहीं दूसरा गुट प्रो. प्रो. हरिकेश सिंह का विरोधी था.