सारण: भारत सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण और नई पेंशन स्कीम को लेकर रेल कर्मियों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जिले में रेलवे कर्मचारी ने इस स्कीम को बंद करने के विरोध में भूख हड़ताल कर दिया है. लोको पायलट और कई कर्मचारी अपनी मांग को लेकर रेलवे के खिलाफ धरना दे रहे हैं.
रेलवे के खिलाफ नारेबाजी
दरअसल, छपरा में डीजल लॉबी में लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों ने रेलवे के निजीकरण और नई पेंशन स्कीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ अगल तेवर अपनाया.
'रेलवे का निजीकरण हो बंद'
लोको पायलटों का कहना था कि रेलवे का निगमीकरण और निजीकरण बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि आरएसी 1980 के अनुसार जो लंबित मांग है, उसे पूरा किया जाए. रेलवे प्रशासन अगर मांग पूरी नहीं करता है, तो हड़ताल लगातार जारी रहेगी.
'रेलवे को रोकने के पक्ष में नहीं कर्मचारी'
लोको पायलट ने कहा कि भारतीय रेल पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम करती है. यह देश की लाइफ-लाईन है. कभी भी इसे रोकने या ठप करने के पक्ष में कोई भी नहीं हैं. लेकिन, अगर भारत सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तो हम अनिश्चितकाल हड़ताल पर भी जा सकते हैं.