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सारण: रेलवे निजीकरण और नई पेंशन स्कीम को लेकर लोको पायलटों का हंगामा, जमकर की नारेबाजी

लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने अपनी मांग को लेकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान वे मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकाल भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी.

हड़ताल पर रेलवे कर्मचारी
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Published : Jul 15, 2019, 11:30 PM IST

सारण: भारत सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण और नई पेंशन स्कीम को लेकर रेल कर्मियों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जिले में रेलवे कर्मचारी ने इस स्कीम को बंद करने के विरोध में भूख हड़ताल कर दिया है. लोको पायलट और कई कर्मचारी अपनी मांग को लेकर रेलवे के खिलाफ धरना दे रहे हैं.

रेलवे के खिलाफ नारेबाजी
दरअसल, छपरा में डीजल लॉबी में लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों ने रेलवे के निजीकरण और नई पेंशन स्कीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ अगल तेवर अपनाया.

लोको पायलट का भूख हड़ताल

'रेलवे का निजीकरण हो बंद'
लोको पायलटों का कहना था कि रेलवे का निगमीकरण और निजीकरण बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि आरएसी 1980 के अनुसार जो लंबित मांग है, उसे पूरा किया जाए. रेलवे प्रशासन अगर मांग पूरी नहीं करता है, तो हड़ताल लगातार जारी रहेगी.

'रेलवे को रोकने के पक्ष में नहीं कर्मचारी'
लोको पायलट ने कहा कि भारतीय रेल पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम करती है. यह देश की लाइफ-लाईन है. कभी भी इसे रोकने या ठप करने के पक्ष में कोई भी नहीं हैं. लेकिन, अगर भारत सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तो हम अनिश्चितकाल हड़ताल पर भी जा सकते हैं.

सारण: भारत सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण और नई पेंशन स्कीम को लेकर रेल कर्मियों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जिले में रेलवे कर्मचारी ने इस स्कीम को बंद करने के विरोध में भूख हड़ताल कर दिया है. लोको पायलट और कई कर्मचारी अपनी मांग को लेकर रेलवे के खिलाफ धरना दे रहे हैं.

रेलवे के खिलाफ नारेबाजी
दरअसल, छपरा में डीजल लॉबी में लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों ने रेलवे के निजीकरण और नई पेंशन स्कीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ अगल तेवर अपनाया.

लोको पायलट का भूख हड़ताल

'रेलवे का निजीकरण हो बंद'
लोको पायलटों का कहना था कि रेलवे का निगमीकरण और निजीकरण बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि आरएसी 1980 के अनुसार जो लंबित मांग है, उसे पूरा किया जाए. रेलवे प्रशासन अगर मांग पूरी नहीं करता है, तो हड़ताल लगातार जारी रहेगी.

'रेलवे को रोकने के पक्ष में नहीं कर्मचारी'
लोको पायलट ने कहा कि भारतीय रेल पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम करती है. यह देश की लाइफ-लाईन है. कभी भी इसे रोकने या ठप करने के पक्ष में कोई भी नहीं हैं. लेकिन, अगर भारत सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है, तो हम अनिश्चितकाल हड़ताल पर भी जा सकते हैं.

Intro:लोको पायलट भूख हड़ताल ।छ्परा से पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट ।भारत सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण और नयी पेंशन स्कीम को लेकर रेल कर्मियों मे लगातार आक्रोश बढता जा रहा है।और रेल कर्मचारियो का संघ अब सरकार के सामने खुल कर अपनी लड़ाई लड़ने के लिये आमादा है।और रेल कर्मचारियो ने इसकी शुरूआत भी कर दी है।आज सरकार के निजीकरण के विरोध मे पूरे भारत भर के लोको पायलट और सहायक लोको पायलटो ने 24घंटे उपवास रख कर डीयूटी किया।



Body:छ्परा मे आज डीजल लाबी मे लोको पायलट और सहायक लोकोपायलटो ने रेल के निजीकरण और नयी पेंशनस्कीम के खिलाफ जमकर नारे बाजी की और उपवास रखकर डियूटी किया। इनकी प्रमुख मागो मे रेलवे का निगमीकरण और निजीकरण बंद हो।माइलेज भत्ता Rac 1980के अनुसार दिया जाय।इसके साथ ही पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू किया जाय।वही रेल कर्मचारियों नेकहा की अभी हमारी लड़ाई का यह पहला कदम है।उसके बाद हम अगली कारवाई की रुप रेखा तैयार कर आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।


Conclusion:लोको पायलटो के अनुसार हमारा उपवास रह कर कार्य करनेकार्यक्रम आज 15जुलाई को दिन मे 11बजे से शुरु होकर 16जुलाई को दिन के 11बजे तक चलेगा।इस दौरान देश भर के लोको पायलट उपवास पर रहेगे।वही लोको पायलटो ने कहा की भारतीय रेल पूरे देश को एक सुत्र मे बाध्ंने का काम करती है।और यह देश की लाईफ लाईन है।हम कभी भी इसको रोकने या ठप्प करने के पक्ष मे नही है।लेकिन अगर भारत सरकार हमारी मागो को नही मानती है।तो हम अनिश्चित कालीन रेल हड़ताल पर भी जाने के लिये बाध्य होगें ।और इसके सारी जिम्मेदारी भारत सरकार और रेल मत्रालय की होगी। बाईट लोको पायलट संघ के सचिव और लोको पायलट की।
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