छपरा : सिविल में ड्रेस में बाइक पर किसी अपराधी की तरह छपरा के एसपी गौरव मंगला ने ड्यूटी पर तैनात दारोगा पर पिस्टल तान दी. बाइक सवार का गेटअप बिल्कुल अपराधियों जैसा था. हेलमेट लगाए होने की वजह से एसपी को पहचान पाना मुश्किल था. जैसे ही दारोगा पर पिस्टल तानी कर्णकुदरिया गोलंबर पर हड़कंप मच गया. दारोगा ने भी उसी फुर्ती से कनपटी पर एसपी की कनपटी पर पिस्टल सटा दिया.
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सिविल ड्रेस में एसपी का अंदाज : दरअसल, आईपीएस गौरव मंगला अपने जिले में ये जांचने निकले थे कि उनकी पुलिस कितनी एक्टिव है. एसपी साहब फिल्मी अंदाज में छपरा के मशरक पहुंचे. मशरक थाना परिसर सहित आसपास के चौक चौराहों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी के सामने पिस्टल लहराते हुए बाइक से पहुंचे. ये नजारा देख हर कोई सहम गया. किसी को कुछ भी सूझ नहीं रहा था. एसपी साहब अपने मातहतों को लाइव डेमो के जरिए चेता रहे थे.
जब गश्ती टीम की छीनी मोबाइल : पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला फिर महाराणा प्रताप चौक पहुंचे. जहां गश्त में लगे पुलिसकर्मी मोबाइल पर व्यस्त थे. एसपी साहब बाइक लेकर उनके पास पहुंचे. हेलमेट लगे होने की वजह से उन्हें कोई पहचान नहीं पाया. उन्होंने गश्ती टीम से मोबाइल ले लिया. ऐसा होता देख सिपाही सकते में आ गए. जब तक वो कुछ समझ पाते बाइक से फर्राटा भरते हुए मशरक थाना पहुंचे.
जमादार पर तानी एसपी ने पिस्टल : मशरक थाने में ओडी ड्यूटी पर तैनात जमादार विपिन कुमार पर भी उन्होंने अपराधी की तरह रिवॉल्वर तान दिया. ये देख आसपास खड़े लोग इधर-उधर भागने लगे. ओडी ऑफिसर भी हड़बड़ा गए. एसपी ने अपना हेलमेट उतारा और आईकार्ड दिखाया तब स्थिति कंट्रोल में आई. जब उनसे एसएचओ के बारे में पूछा तो बताया कि वो फिल्ड में हैं.
दारोगा पर तानी पिस्टल तो मिला तुरंत जवाब : पलक झपके ही एसपी बाइक से कर्णकुदरिया गोलंबर पहुंच गए. वहां ड्यूटी पर तैनात दारोगा पर पिस्टल सटा दी, सेकेंड के कुछ ही हिस्से में दारोगा की पिस्टल भी एसपी के माथे पर सटी हुई थी. ये देखकर 'कहीं देर न हो जाए' ऐसा सोचकर एसपी साहब ने अपना हेलमेट उतारा. एसपी ने सोचा भी नहीं था कि इतनी जल्दी उन्हें दारोगा पलटवार कर देंगे. एसपी को सामने देखकर दारोगा ने पिस्टल हटाई और तुरंत ही सेल्यूट किया.
एसपी ने दारोगा को दी शाबाशी : एसपी ने कम समय में मिले जवाब पर दारोगा को शाबाशी दी. सारण एसपी का ये अंदाज जब लोगों को पता चली तो लोग तारीफ करते नहीं थम रहे थे. दारोगा को एसपी ने पुरस्कार दिया और जिस तरह से अपने अधिकारियों को उन्होंने अचानक हमले करने के लिए बेहतरीन सीख दी उसकी चर्चा सभी के जुबान पर है.