सारणः बिहार के सारण जिले के बनियापुर प्रखंड के बलुआ गांव निवासी प्रदुमन सिंह के पुत्र धनंजय कुमार सिंह इंडियन आर्मी में नायक के पद पर तैनात थे. 6 माह पहले ही संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में सेवा देने के लिए अफ्रिका के कांगो में गए थे और अगले मार्च 2024 में उन्हें अपने वतन लौटना था, लेकिन इसी बीच 2 नवंबर की सुबह 4 बजे धनंजय कुमार सिंह की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई और 6 साल पहले दुल्हन बनी खुशबू का सुहाग उजड़ गया.
ये भी पढ़ेंः Operation Snow Leopard: ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान छपरा का लाल शहीद, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
इंडियन आर्मी जवान की अफ्रिका में मौतः 2 नवंबर को अहले सुबह साढ़े चार बजे इंडियन आर्मी में नायक के पद पर तैनात धनंजय कुमार सिंह की पत्नी खुशबू सिंह के मोबाइल की घंटी बजी. फोन उठाने पर आर्मी की तरफ से बताया गया कि उनके पति धनंजय कुमार सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे, तो खुशबू का तो मानो संसार ही उजड़ गया. वे अवाक होकर गिर पड़ीं, बेहद ही मिलनसार स्वभाव के धनंजय की मौत की खबर सुनकर गांव वालों को यकीन ही नहीं हो पा रहा था कि अचानक ये सब कैसे हो गया.
"संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के रूप में अफ्रिका के कांगो में तैनात थे. 2 नवंबर को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गई. आज यहां लाया गया है. पूरे राज्यकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई है"- अधिकारी, संयुक्त राष्ट्र शांति सेना
सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कारः 2 नवंबर से ही गांव और परिवार के लोग धनंजय सिंह के पार्थिव शरीर आने की बाट जोह रहे थे, आज शव आने के साथ ही परिवार में कोहराम मच गया और गांव में सन्नाटा छा गया. भारत माता की जय, शहिद धनंजय अमर रहे के नारे गूंजने लगे. शव के सम्मान में जगह जगह ग्रामीणों के हाथ मे तिरंगा दिख रहे थे. पूरे सम्मान के साथ जवान धनंजय कुमार के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया.