ETV Bharat / state

Chapra News: छपरा के अशोक ने बालू से भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की तस्वीर बनाकर दी श्रद्धांजलि

आज 23 मार्च है. इस दिन हम लोग शहीद दिवस मनाते हैं. दरअसल 1931 में आज के ही दिन हमारे तीन क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था. हर साल उनको श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद दिवस मनाया जाता है. छपरा के सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार ने इन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए बालू से उनकी तस्वीर बनायी.

शहीद दिवस
शहीद दिवस
author img

By

Published : Mar 23, 2023, 8:32 PM IST

छपरा (सारण): बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में मशहूर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार ने आज गुरुवार को शहीद दिवस के अवसर पर आकर्षक कलाकृति बनायी. छपरा के सरयू नदी के किनारे कई घंटों की कठिन मेहनत के बाद यह आकर्षक कलाकृति तैयार की. बालू से भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेख की खूबसूरत तस्वीर बनायी गयी थी. शहीद दिवस पर बनायी गयी कलाकृति को देखने लोगों की भीड़ पहुंची. बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल थे.

इसे भी पढ़ेंः Shaheed Diwas 2023: शहीद दिवस पर CPIML कार्यकर्ताओं ने निकाला जुलूस, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

शहीद दिवस पर श्रद्धांजलिः नदी किनारे बालू का एक टीला है. उस पर तीनों शहीदों की तस्वीर बनायी गयी थी. तस्वीर के नीचे लिखा था 'शहीद दिवस नमन'. अशोक ने बताया कि आज शहीद दिवस है. आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गयी थी. देश के उन शहीदों को अपनी कलाकृति के माध्यम से श्रद्धांजलि दी है. लोगों ने भी उनकी इस कलाकृति के माध्यम से शहीदों को नमन किया. गौरतलब है कि अशोक बालू से एक से एक बढ़कर आकर्षक कलाकृति बनाते हैं. यह उनका बचपन का शौक रहा है. बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में फेमस हो रहे हैं.

क्यों मनाते हैं शहीद दिवसः 23 मार्च को 1931 को भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था. कम उम्र में इन वीरों ने देश के लिए प्राणों की आहुति दे दी. इन तीनों महान क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है. वैसे तो भारत में हर साल कुल सात शहीद दिवस मनाए जाते हैं. ये हैं 30 जनवरी, 23 मार्च, 19 मई, 21 अक्टूबर, 17 नवंबर, 19 नवंबर और 24 नवंबर है.

छपरा (सारण): बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में मशहूर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार ने आज गुरुवार को शहीद दिवस के अवसर पर आकर्षक कलाकृति बनायी. छपरा के सरयू नदी के किनारे कई घंटों की कठिन मेहनत के बाद यह आकर्षक कलाकृति तैयार की. बालू से भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेख की खूबसूरत तस्वीर बनायी गयी थी. शहीद दिवस पर बनायी गयी कलाकृति को देखने लोगों की भीड़ पहुंची. बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल थे.

इसे भी पढ़ेंः Shaheed Diwas 2023: शहीद दिवस पर CPIML कार्यकर्ताओं ने निकाला जुलूस, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

शहीद दिवस पर श्रद्धांजलिः नदी किनारे बालू का एक टीला है. उस पर तीनों शहीदों की तस्वीर बनायी गयी थी. तस्वीर के नीचे लिखा था 'शहीद दिवस नमन'. अशोक ने बताया कि आज शहीद दिवस है. आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गयी थी. देश के उन शहीदों को अपनी कलाकृति के माध्यम से श्रद्धांजलि दी है. लोगों ने भी उनकी इस कलाकृति के माध्यम से शहीदों को नमन किया. गौरतलब है कि अशोक बालू से एक से एक बढ़कर आकर्षक कलाकृति बनाते हैं. यह उनका बचपन का शौक रहा है. बिहार के सुदर्शन पटनायक के रूप में फेमस हो रहे हैं.

क्यों मनाते हैं शहीद दिवसः 23 मार्च को 1931 को भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था. कम उम्र में इन वीरों ने देश के लिए प्राणों की आहुति दे दी. इन तीनों महान क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है. वैसे तो भारत में हर साल कुल सात शहीद दिवस मनाए जाते हैं. ये हैं 30 जनवरी, 23 मार्च, 19 मई, 21 अक्टूबर, 17 नवंबर, 19 नवंबर और 24 नवंबर है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.