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पाबंदी के बावजूद लग सकता है सोनपुर मेला, राजीव प्रताप रूडी ने कहा- जब लोग जुटेंगे तो मेला लगेगा ही

ऐतिहासिक सोनपुर मेला (Sonepur Mela) पर लगी पाबंदी के बावजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी (Rajiv Pratap Rudy) ने मेला लगने के संकेत दिए हैं. साथ ही कहा कि हम सरकार से भी अपील करते हैं कि मेले के आयोजन पर फिर से विचार किया जाए.

राजीव प्रताप रूडी
राजीव प्रताप रूडी
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Published : Nov 9, 2021, 1:32 PM IST

सोनपुर: बिहार के सारण (Saran) जिले का मशहूर सोनपुर मेला (Sonepur Mela) इस बार आयोजन हो सकता है. हालांकि बिहार सरकार ने कोरोना (Corona) के कारण इस पर रोक लगा रखी है, लेकिन स्थानीय लोग मेला कराने की जिद पर अड़े हैं. इस बीच स्थानीय बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी (Rajiv Pratap Rudy) ने भी संकेत दिए हैं कि इस बार मेले का आयोजन जरूर होगा.

ये भी पढ़ें: सोनपुर मेला को लेकर अहम बैठक, लोगों ने कहा- इस साल हर हाल में होगा आयोजन

सोनपुर मेला पर लगे ग्रहण और संशय को लेकर पूछे गए सवाल पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारी पूरी कर ली गई है. जब लोग जुटेंगे तो मेला लगेगा ही. प्रशासन और सरकार के लोग भी इसमें बढ़-चढ़कर सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि वे सरकार से इस विषय में बात भी करेंगे.

राजीव प्रताप रूडी का बयान

"कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारी पूरी कर ली गई है. जब लोग जुटेंगे तो मेला लगेगा ही. प्रशासन और सरकार के लोग भी इसमें बढ़-चढ़कर सहयोग करेंगे"- राजीव प्रताप रूडी, बीजेपी सांसद, सारण

ये भी पढ़ें: सोनपुर मेला लगाने को लेकर धरना, लोगों ने कहा- पंचायत चुनाव हो सकते हैं, तो मेले की भी मिले इजाजत

वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सोनपुर ही नहीं बल्कि बिहार का गौरव और सांस्कृतिक धरोहर व धार्मिक स्थल के साथ-साथ सदियों से चली आ रही हरिहर क्षेत्र मेला सरकार कोरोना की बहाना बनाकर इस मेले को धीरे-धीरे सीमित करने का मन बना रही है. ऐसे में मेला के नहीं लगने से छोटे से छोटे व बड़े से बड़े व्यापारी, बेरोजगार युवाओं, किसानों के साथ-साथ हर तरह की विकसित बिहार के सपना देखने वाले वैसे लोगों के लिए मेला न लगना अशोभनीय है. इस मेला के लगने से लाखों किसानों, बेरोजगारो, मजदूरो और व्यापारियों के यहां तक की घरेलू सामान की खरीद बिक्री से लाभान्वित होते हैं.

आपको बताएं कि बिहार के सारण (Saran) जिले के हरिहर क्षेत्र में लगने वाला सोनपुर मेला पिछले साल भी कोरोना के कारण नहीं लगा था और इस बार भी सरकारी स्तर पर इसके आयोजन पर सस्पेंस कायम है. ऐसे में लोगों का यह भी कहना है कि जब पूरे राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न कराया जा रहा है तो फिर बाबा हरिहरनाथ की नगरी में लगने वाला विश्व प्रसिद्ध मेला पर प्रतिबंध किसी भी दृटिकोण से इस बार स्वीकार नहीं किया जायेगा.

सोनपुर: बिहार के सारण (Saran) जिले का मशहूर सोनपुर मेला (Sonepur Mela) इस बार आयोजन हो सकता है. हालांकि बिहार सरकार ने कोरोना (Corona) के कारण इस पर रोक लगा रखी है, लेकिन स्थानीय लोग मेला कराने की जिद पर अड़े हैं. इस बीच स्थानीय बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी (Rajiv Pratap Rudy) ने भी संकेत दिए हैं कि इस बार मेले का आयोजन जरूर होगा.

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सोनपुर मेला पर लगे ग्रहण और संशय को लेकर पूछे गए सवाल पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारी पूरी कर ली गई है. जब लोग जुटेंगे तो मेला लगेगा ही. प्रशासन और सरकार के लोग भी इसमें बढ़-चढ़कर सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि वे सरकार से इस विषय में बात भी करेंगे.

राजीव प्रताप रूडी का बयान

"कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारी पूरी कर ली गई है. जब लोग जुटेंगे तो मेला लगेगा ही. प्रशासन और सरकार के लोग भी इसमें बढ़-चढ़कर सहयोग करेंगे"- राजीव प्रताप रूडी, बीजेपी सांसद, सारण

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वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सोनपुर ही नहीं बल्कि बिहार का गौरव और सांस्कृतिक धरोहर व धार्मिक स्थल के साथ-साथ सदियों से चली आ रही हरिहर क्षेत्र मेला सरकार कोरोना की बहाना बनाकर इस मेले को धीरे-धीरे सीमित करने का मन बना रही है. ऐसे में मेला के नहीं लगने से छोटे से छोटे व बड़े से बड़े व्यापारी, बेरोजगार युवाओं, किसानों के साथ-साथ हर तरह की विकसित बिहार के सपना देखने वाले वैसे लोगों के लिए मेला न लगना अशोभनीय है. इस मेला के लगने से लाखों किसानों, बेरोजगारो, मजदूरो और व्यापारियों के यहां तक की घरेलू सामान की खरीद बिक्री से लाभान्वित होते हैं.

आपको बताएं कि बिहार के सारण (Saran) जिले के हरिहर क्षेत्र में लगने वाला सोनपुर मेला पिछले साल भी कोरोना के कारण नहीं लगा था और इस बार भी सरकारी स्तर पर इसके आयोजन पर सस्पेंस कायम है. ऐसे में लोगों का यह भी कहना है कि जब पूरे राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न कराया जा रहा है तो फिर बाबा हरिहरनाथ की नगरी में लगने वाला विश्व प्रसिद्ध मेला पर प्रतिबंध किसी भी दृटिकोण से इस बार स्वीकार नहीं किया जायेगा.

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