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छपरा में उत्पाद विभाग का अभियानः 36 कांड दर्ज और 665 अभियुक्तों की गिरफ्तारी - etv bharat news

छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Hooch Tragedy) के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. उत्पाद विभाग की टीम पूरे जिले में जबरदस्त छापामारी अभियान (Raid Campaign Against Liquor Smugglers In Saran) चला रही है. जिसमे भारी मात्रा में देसी शराब पुलिस जब्त कर नष्ट कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

छपरा में जहरीली शराब कांड को लेकर उत्पाद विभाग अलर्ट
छपरा में जहरीली शराब कांड को लेकर उत्पाद विभाग अलर्ट
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Published : Dec 21, 2022, 11:07 PM IST

छपरा जहरीली शराबकांड के बाद उत्पाद विभाग का लगातार छापेमारी अभियान

छपरा: बिहार के छपरा में जहरीली शराब कांड (Poisonous liquor Case In Chapra) के बाद उत्पाद विभाग की टीम पूरे जिले में जबरदस्त छापामारी अभियान चला रही है. सारण के मांझी, रिविलगंज ,टाउन थाना, भगवान बाजार, डोरीगंज थाना, अवतार नगर थाना, दिघवारा थाना, सोनपुर थाना इलाके के दियारा इलाके में लगातार 24 घंटे विशेष छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. इसमें दियारा इलाके के लिए मोटर बोट और ड्रोन का उपयोग भी किया जा रहा है. इसके साथ ही मशरख, परसा, अमनौर, इसुआपुर थाना क्षेत्र के गांव-गांव में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

ये भी पढे़ं- 'शराब से दूसरे राज्यों में भी मौत': CM नीतीश बोले- 'NHRC की जांच सिर्फ बिहार में क्यों?'

छपरा में उत्पाद विभाग का लगातार छापेमारी अभियान : मिली जानकारी के अनुसार, उत्पाद विभाग, स्थानीय पुलिस और एंटी लिकर स्क्वायड बराबर छापेमारी कर रही है. अभी तक 36 कांड दर्ज किए जा चुके हैं और 665 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है. 37वाहनों को जब्त किया गया है. जबकि 8 अवैध देसी शराब की भट्टियों और 47 ड्रम को नष्ट किया गया है. जयप्रभा सेतु पर हैंड हैंडलर स्कैनर 105 वाहनों और ब्रेथ लाइजर मशीन से लोगों की जांच की गई जिसमें 9 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए. अभी तक 28800.00 किलो जावा गुड़, 10019.490 लीटर विदेशी शराब, 111935.265 लीटर स्प्रिट देशी शराब जब्त किया गया. इस प्रकार पूरे जिले में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा रही है.

छपरा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत : बता दें कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की जान जा चुकी है. सरकारी आंकड़ों में 38 लोगों की मौत बताई गई है. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी बात पर अड़े हुए हैं कि जो पिएगा, वो मरेगा. दूसरी तरफ एनएचआरसी की टीम बिहार दौरे पर है, जो छपरा जहरीली शराब कांड (Bihar Hooch Tragedy) की जांच करेगी.

छपरा में जहरीली शराबकांड को लेकर सियासत : गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराबकांड में मारे गए लोगों की जांच के लिए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) की टीम बिहार में है. लेकिन एनएचआरसी की टीम को लेकर बिहार की सियासत में बवाल मच गया है. नीतीश सरकार (CM Nitish Kumar) को ये जांच पसंद नहीं आ रही है. ने कहा है कि बीजेपी शासित राज्यों में जो शराब से मौतें हो रही हैं, वहां राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम जांच करने क्यों नहीं जा रही है?. उन्होंने कहा कि एनचआरसी की टीम छपरा में क्या देखने और पता लगाने आयी है (Nitish Kumar Raised The Question On NHRC Visit), यह सरकार की समझ से परे है.

छपरा जहरीली शराबकांड के बाद उत्पाद विभाग का लगातार छापेमारी अभियान

छपरा: बिहार के छपरा में जहरीली शराब कांड (Poisonous liquor Case In Chapra) के बाद उत्पाद विभाग की टीम पूरे जिले में जबरदस्त छापामारी अभियान चला रही है. सारण के मांझी, रिविलगंज ,टाउन थाना, भगवान बाजार, डोरीगंज थाना, अवतार नगर थाना, दिघवारा थाना, सोनपुर थाना इलाके के दियारा इलाके में लगातार 24 घंटे विशेष छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. इसमें दियारा इलाके के लिए मोटर बोट और ड्रोन का उपयोग भी किया जा रहा है. इसके साथ ही मशरख, परसा, अमनौर, इसुआपुर थाना क्षेत्र के गांव-गांव में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

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छपरा में उत्पाद विभाग का लगातार छापेमारी अभियान : मिली जानकारी के अनुसार, उत्पाद विभाग, स्थानीय पुलिस और एंटी लिकर स्क्वायड बराबर छापेमारी कर रही है. अभी तक 36 कांड दर्ज किए जा चुके हैं और 665 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है. 37वाहनों को जब्त किया गया है. जबकि 8 अवैध देसी शराब की भट्टियों और 47 ड्रम को नष्ट किया गया है. जयप्रभा सेतु पर हैंड हैंडलर स्कैनर 105 वाहनों और ब्रेथ लाइजर मशीन से लोगों की जांच की गई जिसमें 9 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए. अभी तक 28800.00 किलो जावा गुड़, 10019.490 लीटर विदेशी शराब, 111935.265 लीटर स्प्रिट देशी शराब जब्त किया गया. इस प्रकार पूरे जिले में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा रही है.

छपरा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत : बता दें कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की जान जा चुकी है. सरकारी आंकड़ों में 38 लोगों की मौत बताई गई है. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी बात पर अड़े हुए हैं कि जो पिएगा, वो मरेगा. दूसरी तरफ एनएचआरसी की टीम बिहार दौरे पर है, जो छपरा जहरीली शराब कांड (Bihar Hooch Tragedy) की जांच करेगी.

छपरा में जहरीली शराबकांड को लेकर सियासत : गौरतलब है कि छपरा जहरीली शराबकांड में मारे गए लोगों की जांच के लिए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) की टीम बिहार में है. लेकिन एनएचआरसी की टीम को लेकर बिहार की सियासत में बवाल मच गया है. नीतीश सरकार (CM Nitish Kumar) को ये जांच पसंद नहीं आ रही है. ने कहा है कि बीजेपी शासित राज्यों में जो शराब से मौतें हो रही हैं, वहां राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम जांच करने क्यों नहीं जा रही है?. उन्होंने कहा कि एनचआरसी की टीम छपरा में क्या देखने और पता लगाने आयी है (Nitish Kumar Raised The Question On NHRC Visit), यह सरकार की समझ से परे है.

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