सारण(छपरा): जिले में मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल योजना फेल साबित हो रही है. छपरा मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भरहापुर और सखनौली गांव में योजना का काम अधूरा छोड़ देने से सड़क पर गड्ढे बन गए हैं. जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इससे नाराज ग्रामीणों ने 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के जमकर नारे लगाए.
आवाजाही में हो रही परेशानी
भरहापुर गांव के ग्रामीण ने बताया कि स्थानीय मुखिया और ठेकेदार ने बरसात के मौसम के पहले ही नल जल योजना का काम पूरा कर करने की बात कही थी. लेकिन 3 महीने से रोड के किनारे गड्ढा करके उसमें पाइप डालकर काम को बीच में ही छोड़ दिया गया है. जिससे लोगों को आवाजाही करने में काफी दिक्कत हो रही है.
टूट गई है सड़क
ग्रामीण ने बताया कि आजादी के 70 साल बाद भी यही एक सड़क लगभग 8 गावों को जोड़ती है. लेकिन इसकी स्थिति भी काफी जर्जर हो गई है. आज तक यह सड़क कच्ची ही है. जिसमें सोलिंग करके छोड़ दिया गया है. वह भी कई जगहों से टूट गई है.
अक्सर हो जाती हैं दुर्घटनाएं
मही नदी के किनारे बसा सखनौली गांव के लोगों ने बताया कि बारिश के मौसम में नदी का जलस्तर बढ़ जाता है और रास्ता कट जाता है. जिससे रोज यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कई लोग बाईक लेकर नदी में गिर जाते हैं.
वोट का बहिष्कार
ग्रामीण मनीष कुमार दुबे ने बताया कि सड़क और नल जल के काम को अधूरा छोड़ने को लेकर बीडीओ, सीओ और जिलाधिकारी से भी इस बारे में बात की गई. लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. इसलिए ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार करने का मन बना लिया है.
विधायक के खिलाफ नारेबाजी
प्रशासन की अनदेखी से तंग आकर भरहापुर और सखनौली गांव के लोगों ने स्थानीय विधायक के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की. साथ ही लोगों ने इस बार वोट नहीं देने का फैसला किया है.