सारण(छपरा): नेपाल की ओर से वाल्मीकि बराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ने के बाद बिहार की नदियों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ईटीवी भारत बाढ़ को लेकर लगातार ग्राउंड रिपोर्ट दे रहा है. जिले के मकेर प्रखंड के कई गांव भी बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
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नहीं मिल रही कोई सरकारी मदद
मकेर प्रखंड का बाघा कोल इलाका बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. वहीं सदर अनुमंडल पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने बाघा कोल पंचायत वार्ड क्षेत्रों का निरीक्षण किया था हालांकि इसके बाद भी ग्रामीण असंतुष्ट हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार की तरफ से जो भी अधिकारी आते हैं. वे सड़क पर से ही लोगों की स्थिति को देख कर चले जाते हैं. यहां के लोग दाने दाने को मोहताज हो गए हैं. लेकिन कोई मदद करने नहीं आता है.
पूर्व मुखिया और प्रमुख ने किया दौरा
ईटीवी भारत ने बाढ़ की वजह से लोगों को हो रही परेशानी की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद पूर्व मुखिया और प्रमुख ने बाघा कोल इलाकों का दौरा किया. उन्होंने लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने लोगों को खाने पीने से लेकर सभी जरूरत की चीजें मुहैया कराने का आश्वासन दिया.
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सूखी सामग्री का वितरण
प्रमुख अभिषेक कुमार, पूर्व मुखिया राजकिशोर राय और कुछ समाज सेवियों ने गांव के लोगों के बीच सूखी सामग्री का वितरण किया. बता दें कि बाढ़ से बिहार के कई जिलें प्रभावित हुए हैं. साथ ही कई जगहों के लोगों ने सरकारी मदद नहीं मिलने की शिकायत की है.
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