छपरा: पश्चिम बंगाल के डीजीपी के रूप में पी नीरज नयन ने अपना पदभार संभाल लिया है. इसके साथ ही सारण जिले का नाम भी लोगों के जुबान पर आ गया है.
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प. बंगाल के नए डीजीपी
पी नीरज नयन सारण जिले के मांझी प्रखंड के सीतलपुर गांव के मूल निवासी हैं. उनके डीजीपी के पदभार ग्रहण करने के साथ ही जिले के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है.
दर किनार किए गए पूर्व डीजीपी वीरेंद्र
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन की प्रक्रिया चालू हो गई है. और इसी के बीच निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को उनके पद से हटा दिया था. और वीरेंद्र की जगह पर निर्वाचन आयोग ने पी नीरज नयन को राज्य का नया डीजीपी बनाया है.
कौन हैं पी नीरज नयन
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी पी नीरज नयन ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के नए डीजीपी का पदभार संभाल किया. वहीं एडीजी कानून व्यवस्था को भी बदल दिया गया है. गौरतलब है कि 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी पी नीरज नयन और वर्तमान में एडीजी प्रशासनिक पद पर कार्यरत थे. इसके पहले वे निरंतर चर्चा में आए थे, जब केंद्र सरकार और ममता बनर्जी के बीच मतभेद हुआ था. उस समय पी नीरज नयन सहित तीन अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाना था.लेकिन केंद्र और बंगाल सरकार के बीच टकराव के कारण यह संभव नहीं हो सका था.
सारण के लोगों में खुशी
पूर्व डीजीपी वीरेंद्र को चुनाव आयोग ने दरकिनार कर दिया है. चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि वीरेंद्र को चुनाव कार्य से दूर रखा जाए. उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी. बता दें कि जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव के समय वीरेंद्र ही डीजीपी थे. कार्रवाई नहीं करने के कारण उनकी खूब आलोचना हुई थी. वहीं पी नीरज नयन के बंगाल के डीजीपी बनने से सारण जिला में हर्ष की लहर है. क्योंकि डीजीपी पी नीरज नयन सारण जिले के मांझी प्रखंड के सीतलपुर गांव के मूल निवासी हैं.