छपरा (सारण ): जिले के बनियापुर प्रखण्ड के सरेया पंचायत में बाढ़ की हालात का जायजा लेने पहुंचे मुखिया पति, उपमुखिया और वार्ड सदस्य को अपने ही पंचायत में घंटों बंधक बनना पड़ा. ग्रामीण इस बात को लेकर काफी नराज थे कि बाढ़ के पानी के बीच उनकी जिंदगी बीते एक सप्ताह से गुजर रही है. लेकिन उन्हें अब तक कोई राहत सामाग्री नहीं मिल पाई है. घंटों बंधक बनाए जाने के बाद सीओ के आश्वाशन पर ग्रामीणों ने मुखिया पति, उपमुखिया और वार्ड को रिहा किया.
जनप्रतिनिधियों को देख भड़के ग्रामीण
बताया जाता है कि बीते एक सप्ताह से गंडकी नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर की वजह से पंचायत का वार्ड संख्या-01, 05, 09, 10, 11, 13 और 14 के दर्जनों परिवारों के घरों में पानी घुस गया है. जिसकी वजह से लोगों का रहना दूभर हो गया है. जिसका जायजा लेने मुखिया पति श्रवण कुमार महतो, उपमुखिया देवंती देवी, वार्ड सदस्य छटंकी महतो मौके पर पहुंचे थे. प्रतिनिधियों को देख ग्रामीण भड़क गए. स्थानीय नसरूदीन अंसारी और अनीश गुप्ता सहित दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि अब तक प्रशासनिक स्तर पर राहत और बचाव कार्य को लेकर कोई पहल नहीं की गई है. वार्ड-14 के दलित बस्ती के लोगों का मुख्य सड़क से संपर्क भी टूट गया है.
सीओ के आश्वाशन के बाद किया मुक्त
वहीं, ऐसे में बाढ़ प्रभावित लोगों के सामने दो वक्त की रोटी जुटाने के साथ-साथ रहने-सोने की भी समस्या खड़ी हो गई है. जिससे नाराज ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों को घंटों बंधक बनाए रखा. जिसके बाद स्थानीय मुखिया समीना देवी के पति श्रवण कुमार महतो ने सीओ स्वामीनाथ राम से बात कर बाढ़ पीड़ितों की स्थिति से अवगत कराया. सीओ ने बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने का आश्वाशन दिया. सीओ के आश्वाशन के बाद ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों को बंधक से मुक्त किया.