सारण: जिले में नट समुदाय के लोगों ने सोमवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. दरअसल, बनियापुर थाना क्षेत्र स्थित पीठौरी गांव में पिछले दिनों हुई मॉब लिंचिंग की घटना के विरोध में हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए. प्रदर्शनकारियों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. इस बाबत उन्होंने डीएम को ज्ञापन भी सौंपा.
हालांकि इस प्रदर्शन के बारे में छपरा जिला प्रशासन को पहले से ही जानकारी थी इसलिए पुलिस चौकन्ना थी. जिलाधिकारी कार्यालय और एसपी कार्यालय के गेट सुरक्षा के लिहाज से बंद कर दिये गये थे. साथ ही भारी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी.
क्या है मांग?
आक्रोशित नट समुदाय के लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इन लोगों की मांग है कि बनियापुर थाना कांड संख्या में 231/2019 में तीनों मृतकों के आश्रितों को नौकरी दी जाए. साथ ही पचास लाख रुपये का मुआवजा भी मिले. उन्होंने पेंशन और अन्य लाभ दिए जाने की भी मांग की है. इसके अलावे प्रदर्शनकारियों ने बनियापुर थाना प्रभारी को जल्द से जल्द हटाने की मांग की है.
'साजिश के तहत हुई हत्या'
धरने पर बैठे नट समुदाय के लोगों का कहना है कि एक सोची समझी साजिश के तहत तीन लोगों की हत्या की गयी है. दरअसल, बीते 19 जुलाई की सुबह गांव वालों ने राजू नट, विवेक नट और नवसाद आलम की हत्या कर दी थी. इन पर बकरी और भैंस चुराने का आरोप लगाया था. जिसके विरोध में नट समुदाय ने प्रदर्शन कर इंसाफ की मांग की है. गुस्साए लोगों ने जांच और अपनी मांगों को लेकर डीएम को ज्ञापन भी सौंपा. छपरा एसडीएम खुद नगरपालिका चौक पहुंचे और समुचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया.