सारण(बनियापुर): सूर्य उपासना का महापर्व छठ सभी धर्म के लोगों के लिए खास होता है. मुस्लिम होने के बावजूद कमता पंचायत के मुखिया शहाबुद्दीन मंसूरी भी छठ व्रत करते हैं.
मुस्लिम भाईयों ने भी किया छठ
छठ की महत्ता ने कभी भी धर्म को आडे़ आने नहीं दिया. शहाबुद्दीन मंसूरी ने भी पूरे नियम से छठ किया. दूसरे छठ व्रतियों की तरह वे भी अपने परिजनों के साथ छठ घाट पहुंच कर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया. शहाबुद्दीन पूर्ण विधि विधान से चार दिवसीय अनुष्ठान नहाय खाय, खरना और अर्घ्यदान करते हैं.
गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल
मुखिया ने बताया कि सूर्य का यह व्रत आत्म शुद्धी और शरीर शुद्धी का महान व्रत है. इस व्रत के उपासना से एक तरफ जहां शरीर को निरोग रखा जाता है वहीं सर्व मनोकामना भी पूर्ण होती है. यह पर्व जातीय धर्म भुला कर सबको रखना चाहिए. कमता पंचायत के मुखिया शहाबुद्दीन मंसूरी ने छठ व्रत को शुरू कर समाजिक एकता और अखंडता की मिसाल पेश की है.