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तेरह दिन की रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मुन्ना सिंह का शव बरामद

उत्तराखंड के चमोली में आयी त्रासदी के बाद से मुन्ना सिंह के परिवार को उनके जिंदा लौटने का इंतजार था. शायद नियती को यह मंजूर नहीं था. बिजली प्रोजेक्ट में कार्यरत मुन्ना सिंह का शव शनिवार की रात बरामद की गई. 13 दिन बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में उनका शव मिला. उनकी पहचान आधार कार्ड व कंपनी के आईकार्ड से हुई.

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Published : Feb 22, 2021, 2:45 AM IST

मुन्ना सिंह
मुन्ना सिंह

सारण(मांझी): उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुई भीषण त्रासदी में तपोवन बिजली प्रोजेक्ट में कार्यरत मुन्ना सिंह का शव बरामद किया गया. दाउदपुर थाना क्षेत्र के 46 वर्षीय मुन्ना सिंह के शव को 13 दिन बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा शनिवार की रात बरामद किया गया. उनकी पहचान आधार कार्ड व कंपनी के आईकार्ड से हुई. उनके पॉकेट से मोबाइल फोन भी बरामद हुआ. हाथ की एक अंगुली में लोहे की अंगूठी मिली है.

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त्रासदी के वक्त कर रहे थे बात
जानकारी मिलने के बाद एक बार फिर परिजनों में हाहाकार मच गया है. स्व. विन्देश्वरी सिंह के 46 वर्षीय पुत्र मृतक मुन्ना कुमार सिंह की पत्नी ममता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं बेटी आरजू सिंह, काजल, मनीषा व पुत्र लक्ष्य कुमार के आंख से भी आंसू नहीं सूख रहे. बता दें कि विगत 7 फरवरी को हुई त्रासदी के पूर्व मुन्ना कुमार सिंह फोन पर परिजनों से बात कर रहे थे. तभी फोन कट गया और बंद बताने लगा था.

कानूनी प्रक्रिया की जा रही है पूरी
उसके बाद टेलीविजन सहित विभिन्न माध्यमों से उत्तरांचल में दिल दहला देने वाली घटना की जानकारी मिली. तब से परिजनों को उनके सुरक्षित मिल जाने का इंतजार था. परिजनों ने बताया कि शव को गांव पर लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है.

सारण(मांझी): उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुई भीषण त्रासदी में तपोवन बिजली प्रोजेक्ट में कार्यरत मुन्ना सिंह का शव बरामद किया गया. दाउदपुर थाना क्षेत्र के 46 वर्षीय मुन्ना सिंह के शव को 13 दिन बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा शनिवार की रात बरामद किया गया. उनकी पहचान आधार कार्ड व कंपनी के आईकार्ड से हुई. उनके पॉकेट से मोबाइल फोन भी बरामद हुआ. हाथ की एक अंगुली में लोहे की अंगूठी मिली है.

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त्रासदी के वक्त कर रहे थे बात
जानकारी मिलने के बाद एक बार फिर परिजनों में हाहाकार मच गया है. स्व. विन्देश्वरी सिंह के 46 वर्षीय पुत्र मृतक मुन्ना कुमार सिंह की पत्नी ममता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं बेटी आरजू सिंह, काजल, मनीषा व पुत्र लक्ष्य कुमार के आंख से भी आंसू नहीं सूख रहे. बता दें कि विगत 7 फरवरी को हुई त्रासदी के पूर्व मुन्ना कुमार सिंह फोन पर परिजनों से बात कर रहे थे. तभी फोन कट गया और बंद बताने लगा था.

कानूनी प्रक्रिया की जा रही है पूरी
उसके बाद टेलीविजन सहित विभिन्न माध्यमों से उत्तरांचल में दिल दहला देने वाली घटना की जानकारी मिली. तब से परिजनों को उनके सुरक्षित मिल जाने का इंतजार था. परिजनों ने बताया कि शव को गांव पर लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है.

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