सोनपुर (सारण): सोनपुर रेलवे स्टेशन पर आज गुरुवार 21 सितंबर को इमरजेन्सी हूटर जोर-जोर से बजने लगा. जिसे सुनते ही मंडल का दुर्घटना सहायता तंत्र तत्काल सक्रिय हो गया. सूचना मिली कि सोनपुर जंक्शन पर एक गंभीर रेल दुर्घटना हुई है. कोच में करीब 40 से 50 लोग फंसे हुए हैं. सूचना मिलते ही तत्काल मंडल के दुर्घटना सहायता यान को दुर्घटना स्थल के लिए रवाना किया गया. दुर्घटना सहायता यान के पहुंचते ही युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया.
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गैस कटर से डिब्बे को काटा गयाः घबराइये नहीं. दरअसल यह एक मॉक ड्रिल था. एडीआरएम -2 एम एम प्रसाद ने बताय कि यह एक मॉक ड्रिल था, जिसमें कर्मचारियों की तत्परता की जांच की गयी. इस दुर्घटना सहायता एवं बचाव कार्य के मॉक ड्रिल में सहायता तथा बचाव के सभी कार्य ठीक उसी प्रकार किये गए जैसे कि वास्तविक दुर्घटना के बाद रेस्क्यू के दौरान किये जाते हैं. रेस्क्यू के दौरान बचाव दल द्वारा डिब्बों को कटर से काटा गया तथा डिब्बे की छत को काटकर घायल लोगों को बाहर निकाला गया.
मॉक ड्रिल में 100 से ज्यादा कर्मचारी शामिलः सामान्य रूप से घायल यात्रियों का दुर्घटना स्थल पर ही उपस्थित डॉक्टर्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया. गंभीर रूप से घायल यात्रियों को तत्काल मंडल चिकित्सालय, सोनपुर लाया गया. मॉक ड्रिल में मंडल के 5 डॉक्टर्स सहित कुल 22 मेडिकल स्टाफ तथा इंजीनियरिंग, मेकैनिकल, इलेक्ट्रिकल आदि विभागों के करीब 100 से ज्यादा कर्मचारी शामिल थे.
मॉक ड्रिल को सफल बतायाः दुर्घटना स्थल पर कोऑर्डिनेशन, आवश्यक निर्देश देने, व्यवस्था बनाये रखने तथा प्रबंधन हेतु अपर मंडल रेल प्रबंधक के साथ-साथ अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. ड्रिल के पश्चात मंडल रेल प्रबंधक विवेक भूषण सूद ने इसे पूरी तरह सफल, एवं संतोषजनक बताया. उन्होंने सभी कमर्चारियों एवं अधिकारियों की तत्परता की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि- "मंडल द्वारा समय-समय पर दुर्घटना सहायता हेतु सहायता एवं बचाव प्रबंध तथा कर्मचारियों की तत्परता की जांच हेतु इस तरह के मॉक ड्रिल आयोजित किये जाते रहते हैं."