सारण: राजद नेत्री डॉ. करिश्मा राय ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय दरोगा प्रसाद राय की पोती और विधान चंद्र राय की पुत्री डॉ. करिश्मा राय के परसा विधानसभा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं.
बता दें कि एक तरफ परसा के वर्तमान विधायक चंद्रिका राय अपनी बेटी और राजनीतिक तू-तू, मैं-मैं के कारण राजद से नाराज होकर इस्तीफा देकर जदयू में शामिल हो गए हैं. वहीं दूसरी ओर राजद ने चंद्रिका राय की भतीजी को ही पार्टी में शामिल करा कर राजनीतिक पार्टी में हलचल तेज कर दी है.
टॉर्च और प्लास्टिक का वितरण
वहीं करिश्मा राय राजद की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पहली बार अपने बाढ़ पीड़ितों के बीच दादा के राजनीति क्षेत्र में प्रवेश कर उस क्षेत्रों का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को टॉर्च और प्लास्टिक मुहैया कराकर अपना सहयोग दिया.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य तेज करें प्रशासन- करिश्मा
महामारी कोरोना संक्रमण के साथ ही बिहार में बाढ़ की विभीषिका लगातार जारी है. जिस कारण बिहार सरकार प्रशासनिक व्यवस्था नियंत्रण को लेकर दोहरी समस्या से जूझ रही है. साथ ही इस दौरान बिहार में कुव्यवस्था को लेकर विपक्ष भी सरकार पर लगातार हमलावर है. इसी क्रम में डॉ. करिश्मा राय ने परसा विधानसभा क्षेत्र के लतरहिया, परसौना, सगुनी, परसादी, बलीगांव समेत बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा कर सरकार की खामियों कि जमकर आलोचना की.
नाव और शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था की मांग
राजद नेत्री डॉ. करिश्मा राय ने कहा कि प्रशासन द्वारा नाव और शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि डीएम से मिलकर इसकी व्यवस्था करने की मांग उन्होंने पहले भी की थी. जिसके बाद कुछ इलाके में कुछ व्यवस्था तो जरूर की गई है. लेकिन बाढ़ के पानी का फैलाव लगातार बढ़ रहा है. इसलिए लोगों की समस्याएं बढ़ रही हैं.
'चिकित्सा शिविर खोलने की मांग'
डॉ. करिश्मा राय ने आगे कहा कि सरकार और प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य व्यापक और पर्याप्त स्तर न चलाकर सीमित दायरे में की जा रही है. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गांव में राहत केंद्र खोलने की आवश्यकता है. जिसमें शौचालय, प्रकाश, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं की जा रही है. साथ ही बाढ़ के पानी में घिरे लोगों के उपचार के लिए चिकित्सा शिविर भी नहीं खोला गया है. उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों पर सरकार का रवैया असंवेदनशील है.
पीड़ित परिवार से मिलीं करिश्मा राय
- वहीं दरियापुर प्रखंड के पैतृक गांव बजहिया में बाढ़ के पानी में डूबने से एक युवक की मौत के बाद करिश्मा राय ने मृतक के परिवारों से मिलकर उन्हें दी. साथ ही शोक संतप्त परिवार को उन्होंने आगे मदद का आश्वासन भी दिया.