छपरा (सारण): बिहार के सारण में सोनार पट्टी में जिस भव्यता से गणपति बप्पा का आगमन हुआ था. उतनी ही धूमधाम से गणेश विसर्जन हुआ. इस मौके पर काफी संख्या में लोगों ने भगवान गणेश की विसर्जन यात्रा में भाग लिया. ढोल-नगाड़ों के साथ जब गणपति बप्पा का शोभा यात्रा निकली गई. 'गणपति बप्पा मोरया.. अगले बरस तू जल्दी आ' के के साथ ही आज छपरा में विराजे गणपति बप्पा को विदाई दी गई.
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सारण में धूमधाम से हुआ गणेश विसर्जन: छपरा के सोनार पट्टी में एक मात्र प्रतिमा की स्थापना विधि विधान के साथ की जाती है और उनका पूजन दसवें दिन तक किया जाता है. दसवें दिन बप्पा की विदाई हुई. इस मौके पर शोभायात्रा निकाली गई. प्रतिमा को पवित्र सरयू नदी में उनका विसर्जन कर दिया गया. जिला प्रशासन ने कल विसर्जन का आदेश नहीं दिया था, इसलिए आज गणपति बप्पा का विधिवत रूप से शोभायात्रा निकालकर आज उनका विसर्जन कर दिया गया.
"छपरा के सोनार पट्टी में एकमात्र स्थान है. जहां बाप्पा की स्थापना होती है. छपरा में बप्पा की स्थापना लगातार 34 वर्षों से की जा रही है. आज से 34 साल पहले यहां छोटे से गणपति विराजे थे जो आज इतने भव्य स्वरूप ले चुके हैं."- रंजीत कुमार, आयोजक
सरयू नदी में हुआ विसर्जन: साहिबगंज सोनार पट्टी खंडवा गांधी चौक मोना चौक छपरा कचहरी स्टेशन रोड नगर पालिका चौक होते हुए सरयू नदी के पुण्य जल में गणपति का विसर्जन कर दिया गया. सर्वप्रथम बप्पा की स्थापना होती है और उसके बाद विधि विधान से उनकी पूजा की जाती है. उनका प्रिय मोदक उन्हें अर्पित किया जाता है. बप्पा की 10 दिन सुबह शाम आरती होती है. अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की विदाई होती है लेकिन सुरक्षा कारणों से जिला प्रशासन ने विसर्जन जुलूस की अनुमति नहीं दी थी.