सारणः बिहार में बाढ़ का कहर जारी हैं. वहीं, सभी नदियां उफान पर हैं. गोपालगंज में सारण तटबंध टूटने के बाद गंडक नदी का पानी तेजी से पानापुर और तरैया की ओर से बढ़ते हुए अमनौर प्रखंड में प्रवेश कर गया है. जिसके कारण अमनौर प्रखंड के कई गांव बाढ़ के पानी डूब गया है. सड़कों पर 3 फीट से 4 फीट पानी सड़क पर बह रहा है.
बाढ़ का कहर
अमनौर प्रखंड के पुरैना गांव, सहाडी, गरौल, शाहपुर, परमानंद, छपरा, गंगापुर में गुरुवार से बाढ़ का पानी प्रवेश किया है. जो पानापुर और तरैया के तरफ से होते हुए विकराल रूप लेकर बढ़ते जा रहा है. वहीं, लोग छत पर शरण लिए हुए हैं. पर अभी तक प्रशासन की ओर से इस गांव में आपदा के कोई भी समान की व्यवस्था नहीं कराई गई है.
गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
वहीं, गांव के लोगों में सरकार के खिलाफ खासी नारीजगी है. लोगों के आंगन में घुटने भर पानी लग गया है. जिनका पक्का मकान है, वे लोग छत पर शरण लिए हुए हैं. छत पर ही खाना बना रहे हैं, पर डर तो है कि पानी और बढ़ेगा तो क्या होगा कहा जाएंगे, क्योंकि अभी तक सरकार गांवों में नाव की भी व्यवस्था नहीं की है.
ग्रमीणों ने लगाई सरकार से गुहार
वहीं ईटीवी भारत की टीम को देख ग्रमीणों ने अपना दर्द सुनाया और घर की स्थिति दिखाते घर के आंगन तक ले गई. लोगों का हाल देख कर आंख में आशु तो जरूर आ जाएगा. छोटे-छोटे बच्चे छत के ऊपर से चील्ला रहे. हमलोग डूब रहे हैं, सरकार कुछ नहीं कर रही है, वहीं छोटे बच्चे अमन और अर्पित ने सरकार से गुहार लगाई कि सरकार जल्द से नाव की व्यवस्था करें, ताकि हमलोग बाहर निकल सके.