छपरा, सारण: बिहार के सारण में दुकानदारों की मनमर्जी (Black marketing of urea in Saran) सामने आई है. यूरिया खाद को लेकर किसान में आक्रोश है. किसान अहले सुबह से छपरा के मोना चौक पर स्थित एक विक्रय केंद्र कतार में लगे हुए हैं लेकिन खाद नहीं दिया जा रहा है. दुकानदार धड़ल्ले से यूरिया खाद की कालाबजारी कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें : जमुई में यूरिया की किल्लत से किसान परेशान, कालाबाजारी का लगाया आरोप
यूरिया के साथ दे रहे दूसरा प्रोडक्ट: आक्रोशित किसानों ने कहा कि दुकानदार 266 रुपये की जगह यूरिया लेने पर 244 रुपये का एक अन्य प्रोडक्ट भी साथ में दिया जा रहा है. अगर किसान नहीं ले रहे हैं तो उसे यूरिया भी नहीं दिया जा रहा है. इस प्रकार दुकानदारों की मनमर्जी भी खुलकर सामने आई है. इससे किसानों में काफी आक्रोश है. अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी किसानों को यूरिया नहीं दिया जा रहा है.
दुकान के चक्कर लगा रहे हैं किसान : किसान धान की रोपनी करने के बाद खेत में उर्वरक डालने के लिए दुकान के चक्कर लगा रहे हैं. स्थिति इतनी विकट है कि रोज दुकानदारों और किसानों में झड़प हो रही है.स्थानीय लोगों ने दुकानदारों पर मनमर्जी करने और कालाबाजारी करने का आरोप भी लगाया है.
"रवि की फसल मे यूरिया खाद डालने का समय बीतता जा रहा है. किसानों को यूरिया नहीं मिल रहा है.दुकानदार मानमानी कर रहे हैं. यूरिया के साथ 244 रुपये का एक अन्य प्रोडक्ट भी साथ में दिया जा रहा है. नहीं लेने पर यूरिया भी नहीं दे रहे हैं." -जीतेंद्र यादव, किसान
सूबे में यूरिया की किल्लत: बिहार में यूरिया खाद की उपलब्धता के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. इसके बावजूद किसानों को आसानी से खाद नहीं मिल पा रहा है. सूबे में यूरिया की किल्लत को लेकर किसान सड़क पर उतर कर प्रर्दशन करे रहे है. सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ आंदलन कर रहे हैं. भागलपुर, नालंदा. अररिया में किसानों ने आगजनी कर सड़क मार्ग बाधित कर दिया था.