छ्परा: मां शेरावाली की भक्ति में शहर का कण-कण लीन हो गया है. शारदीय नवरात्र की षष्ठी पर शक्ति की देवी मां दुर्गा की आराधना के लिए शहर के सबसे पुराने काली बाड़ी दुर्गा पूजा समिति में मां के दर्शन के लिए पट खोल दिए गए. षष्ठी तिथि पर देवी के छठे स्वरूप कात्यायनी की पूजा विधि-विधान से की गई. देवी गीतों से शहर का माहौल भक्तिमय हो गया है.
बंगाली रीति-रिवाजों के अनुसार की जाती है पूजा
पूजा समिति के सचिव का कहना है कि कचहरी स्टेशन रोड स्थित इस पुजा पंडाल में बंगाली रीति-रिवाजों के अनुसार लोग भव्यता से माता की पूजा करते हैं. पट खुलते ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. अष्टमी को यहां निशा पूजा की जाएगी. नवपत्रिका पूजा की भी तैयारी की जा रही है. यहां पर मां अंबे की अराधना के लिए बंगाली समाज के लोग ढाक के साथ आरती करते है. दशमी को बंगाली समाज की महिलाएं सिदूर खेला करेंगी. इस दिन महिलाएं मां को सिंदूर लगाने के बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर मां को विदा करती हैं.
रंगबिरंगी रोशनी से गुलजार हुआ शहर
मां शेरावाली की भक्ति में शहर लीन हो उठा है. पूजा-पंडालों और मंदिरों में तैयारी तेज हो गई है. मां के भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है. शाम होते ही शहर के विभिन्न चौक -चौराहे रंगबिरंगी रोशनी से गुलजार हो रहे हैं. चारों तरफ रंगीन छटा बिखर रही है. रंगबिरंगी रोशनी में पंडाल की भव्यता देखते ही बन रही है. पूजा पंडालों में गूंज रहे भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है.
उत्सवी माहौल में रंगने लगा बाजार
दुर्गापूजा को लेकर शहर के बाजार उत्सवी माहौल में रंगने लगा है. बाजार में खरीदारी को लेकर दिन भर लोगों का हुजूम उमड़ रहा है. लोग व्यस्त समय से फुर्सत निकालकर बाजार पहुंच रहे हैं और खरीदारी कर रहे हैं. कपड़ो के दुकानों में काफी भीड़ लगी हुई है. शाम ढलते ही बाजार में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है.
इस बार के नवरात्र में बन रहे विशेष योग
ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों में 6 दिन विशेष योग बन रहे है. 2 दिन अमृत सिद्धि, 2 दिन सर्वार्थ सिद्धि और 2 दिन रवि योग बन रहे है. इस बार नवरात्रि की पूजा काफी शुभ और फलदायी होगा.बताया जाता है कि 29 सितंबर को प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना, 30 सितंबर को सिद्धि योग, 1 अक्टूबर को रवि योग, 2 अक्टूबर को अमृत और सिद्धि योग, 3 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि, 4 अक्टूबर को रवि योग, 5 अक्टूबर को रवि योग, 6 अक्टूबर को सर्वसिद्धि योग रहेगा.